आगरा/संभल: लखनऊ में मां और 4 बहनों की हत्या करने वाले बाप-बेटे को अब हर कोई कोस रहा है. आगरा के इस्लाम नगर के लोग बेहद गमगीन और आक्रोशित भी हैं. आरोपी अरशद उर्फ असद को लखनऊ पुलिस ने जेल भेज दिया. लखनऊ और आगरा पुलिस ने आगरा के उन लोगों से बात की जिन पर अरशद ने गंभीर आरोप लगाए थे. पूछताछ के बाद सभी को क्लीनिट दे दी.
आगरा पुलिस की छानबीन में कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं हैं. छह माह पहले पड़ोसी से विवाद होने पर आरोपी अरशद ने कहा था कि ऐसा करूंगा कि आप मुझे जीवनभर याद करोगे. बस्ती पर ऐसा दाग लगाउंगा जिसे सुनकर लोगों की रूह कांप जाएगी. यही वजह है कि अब बस्ती के लोगों का कहना है कि हत्यारे पिता-पुत्र अब भविष्य में कभी बस्ती में न आएं.
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बता दें कि लखनऊ में नए साल के पहले दिन आगरा के इस्लानगर निवासी बदर ने अपने बेटे अरशद के साथ मिलकर पत्नी और 4 बेटियों की हत्या कर दी थी. सामूहिक हत्याकांड के बाद बदर वहां से चला गया. उसका अभी तक पता नहीं चला है. जबकि, लखनऊ पुलिस ने पूछताछ के बाद अरशद को जेल भेज दिया. जबकि, संभल से आए अरशद के मामा पोस्टमार्टम के बाद सभी के शव लेकर चले गए. जहां पर सभी का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
सनकी हैं बाप-बेटा: अलीम खान और आफताब ने आगरा पुलिस की पूछताछ में बताया कि अरशद आए दिन किसी न किसी से विवाद करता था. बात-बात पर गाली-गलौज करता था. छह माह पहले भी विवाद होने पर अरशद ने बस्ती में खूब हंगामा किया था. गाली-गलौज की और सरेआम ये ऐलान किया था कि बस्ती पर ऐसा ठप्पा लगाकर फसाउंगा कि सभी जीवन भर याद रखोगे. सरेआम यह ऐलान कर चुका था.
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पडोसी फातिमा बेगम ने बताया कि पहले ही बस्ती वालों से कहा था, उसके विरुद्ध शिकायत करनी चाहिए. तब किसी ने ये सोचा नहीं था कि अरशद और उसका पिता बदर ये कदम उठाएंगे. बस्ती को बदनाम और लोगों को फंसाने को अपने के परिवार को खत्म कर देंगे. ये सभी जानते थे कि बाप और बेटा सनकी हैं. यदि तब शिकायत की होती तो पांच जानें नहीं जातीं.
मकान की वसीयत बेटियों के नाम: इस्लामनगर निवासी अलीम खान ने बताया कि मेरे मकान में बदर और उसका परिवार किराए पर रहा था. मुझे ही बदर ने अपने प्लॉट की 50 गज जमीन बेची है. बदर और उसके बेटे अरशद में बनती नहीं थी. दोनों में भी खूब विवाद होता था. यही वजह थी कि बदर ने अपने मकान की वसीयत बेटियों के नाम कर दी थी.
अरशद 2 बार अपने पिता पर कर चुका है जानलेवा हमला: अरशद की पत्नी उसे छोड़ कर चली गई थी. उसने दूसरा निकाह कर लिया था. एक दिन अरशद ने पिता बदर को छत से फेंकने का प्रयास किया था. इस पर बदर ने बेटियों के नाम वसीयत कर दी थी. ये बदर ने बताया था. जब ये बात अरशद को पता चली तो उसने पिता बदर पर चाकू से हमला किया था.
बदर ने दो मंजिला मकान बनवाया: अलीम खान ने बताया कि करीब 15 साल से बदर और उसका परिवार यहां पर रह रहा था. पहले किराए पर रहे. इसके बाद यहां पर 100 गज का प्लॉट खरीद लिया. उसे बनवाने के लिए रुपये नहीं थे. इसलिए, बदर ने मुझे प्लॉट का आधा हिस्सा 50 वर्ग गज जनवरी 2024 में बेचा था. बाप और बेटा ने ये रकम ली थी. तब मेरे मकान में तीन माह तक रहे थी. प्लॉट का आधा हिस्सा 7 लाख रुपए में बेचा था. जिससे ही बदर ने दो मंजिला मकान बनाया था.
पुलिस पूछताछ में लिए 20 लोगों के नाम: अरशद ने पुलिस पूछताछ में बस्ती के लोगों पर कई आरोप लगाए. कहा कि आए दिन झगड़ा करते थे. पड़ोसियों की वजह से मैं और मेरा परिवार हिंदू बनने जा रहा था. घर में मंदिर बनाया जाए. घर का सामान अनाथालय में दिया जाए. उसने बस्ती के 20 लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. मारपीट, मकान पर कब्जा और अन्य गंभीर आरोप लगाए. जिनकी छानबीन पुलिस ने की. जिन लोगों के नाम अरशद ने पूछताछ में बताए, उन्हें बुलाकर आगरा पुलिस ने पूछताछ की.
मां और बेटी को घर में कैद करके जाते थे: मोहम्मद इस्लाम और नाजिया ने बताया कि अरशद के घर पर सुबह और शाम ही नहीं, देर रात में भी झगड़ा होता था. बाप और बेटा में खूब झगड़ा होता था. बाप और बेटा जब मन करता था, तब मां और बेटियों के साथ मारपीट कर देते थे. उन्हें घर से नहीं निकलने देते थे. जब भी अरशद और बदर कपडे़ की फेरी लगाने जाते तो मकान पर बाहर से ताला लगा देते थे. जिससे मां और बहनें किसी से मिल न सकें.
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