लखनऊ : इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह लखनऊ की अध्यक्षता में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में अहम बैठक शबे बरात के सम्बन्ध में आयोजित हुई. इस अवसर पर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि शबे बरात एक नूरानी और बरकत वाली रात है. इस अवसर पर खूब इबादत की जाती हैं, नफली नमाजें पढ़ी जाती हैं, कुरान पाक की तिलावत की जाती है. विर्द और वजीफे पढ़े जाते हैं, अपने लिए और दूसरों के लिए दुआयें मांगी जाती हैं, सका और खैरात का एहतिमाम होता है. कब्रस्तिानों में जाकर अपने रिश्तेदारों और अन्य मरहूम के लिए मगफिरत की दुआ की जाती है. अगले दिन नफली रोजा रखा जाता है.
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि शबे बरात बहुत फजीलत वाली रात है. इस रात में बन्दों की उम्र, रोजी, सेहत और जिन्दगी का निर्धारण किया जाता है. इसमें खुदा पाक के वह बन्दे जो उससे अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं, गलत कामों से तौबा करते हैं, अपने लिए खैर व बरकत, मगफिरत व रहमत की दुआयें मांगते हैं उनका रहीम व करीम आका व मालिक उनकी दुआओं को कुबूल करता है.
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से जारी एडवायजरी
- शबे बरात जो कि इस साल 13 फरवरी 2025 को है इस अवसर पर मुसलमान अपने मरहूम रिश्तेदारों के ईसाले सवाब के लिए कब्रिस्तान जाते हैं. इसलिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि पार्किंग के लिए जो स्थान निर्धारित हैं वहीं पर अपनी गाड़ी पार्किंग करें. ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो.
- शाबान का पूरा महीना फजीलतों का है. इस लिए सदके और खैरात का अधिक से अधिक एहतिमाम करें.
- शबे बरात इबादत की रात है. इसमें सिर्फ इबादत ही करें और किसी भी प्रकार की आतिशबाजी ने करें.
- इस मुबारक रात में मोटर साइकिल स्टंट बिलकुल न करें और दूसरे फिजूल कामों से बचें.
- इस रात में अपने घरवालों के साथ साथ पूरे देश की हिफाजत उन्नति शान्ति अमन व अमान के लिए दुआ करें.
- इस अवसर पर भी जरूरतमंदों, गरीबों और बीमारों की सहायता करके अपने मरहूमों को सवाब पहुंचाएं.
- 15 शाबाद मुताबिक 14 फरवरी 2025 को रोजे का विशेष एहतिमाम करें.
मौलाना ने कहा कि पन्द्रहवीं शब को नमाज पढ़ना और दिन को रोजा रखना मसनून है. हदीस में आया है कि खुदा पाक इस शब में आसमान दुनिया पर गुरूबे आफताब से सुबह सादिक तक तजल्ली फरमाता है और इरशाद होता है कि जो शख्स अपने गुनाहों को बख्शवाना चाहता हो वह आए मैं उसके गुनाहों को बख्श दूंगा, जो शख्स रिज्क हासिल करना चाहे मैं उसको रोजी दूंगा जो किसी मुसीबत में हो उसकी मुसीबत को दूर करूंगा.
बैठक को मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीकी प्रधानाचार्य दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल, ऑल इंडिया सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मो. मुश्ताक, मौलाना मो. जफरुद्दीन नदवी और मौलाना मो. सूफियान निजामी ने भी सम्बोधित किया. इस अवसर पर दारूल उलूम के तमाम अध्यापक शरीक थे.