लखनऊ : अयोध्या रोड पर जाम की बढ़ती समस्या से निजात दिलाने के प्रयास शुरू हो गए हैं. इसके तहत लखनऊ से अयोध्या के रास्ते को आसान किया जाएगा. इस संबंध में लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से एक सर्वे शुरू किया गया है. इसके बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है. पॉलिटेक्निक से बाराबंकी के बॉर्डर इंदिरा कैनाल तक स्काईवे बन सकता है. इसके निर्माण को लेकर अयोध्या रोड पर सैकड़ों की संख्या में निर्माण गिराए जाने की आशंका है. हाईवे में जितनी जमीन आगे के विस्तार के लिए छोड़ी गई है, उसमें से कई जगह अवैध कब्जा हो गया है. लोगों ने अपने निर्माण सड़क की ओर कर दिए हैं. सर्वे में सामने आएगा कि कितने निर्माण यहां से हटाए जाने की जरूरत है. दूसरी ओर इससे आशंकित लोगों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण को पत्र लिखा है. प्राधिकरण सर्वे की रिपोर्ट शासन और हाईकोर्ट के सामने रखेगा.
हाल ही में अयोध्या रोड का नहर तक का हिस्सा एनएचएआई ने रखरखाव के लिए लोक निर्माण विभाग को सौंपा है. ऐसे में सड़क का स्वामित्व लोक निर्माण विभाग के पास है, लेकिन एलिवेटेड रोड बनाने का काम उसको भी नहीं मिलेगा. यह काम सेतु निगम को दिया जाएगा क्योंकि, सेतु निगम ही एलिवेटेड रोड बनाने का काम करता है. अयोध्या रोड की चौड़ाई कई जगह पर अलग है. सर्वे में सामने आया कि पॉलीटेक्निक से आगे कमता तक सड़क की चौड़ाई करीब 40 मीटर है. इसके आगे कुछ जगहों पर यह 60 से 70 मीटर है. वहीं, दूसरी ओर 2014 के मास्टर प्लान में यह सड़क अनौरा कला गांव के आसपास करीब 100 मीटर चौड़ी बताई गई है. वहीं, सड़क के दोनों ओर 50-50 मीटर की ग्रीन बेल्ट भी है.
कागज पर भले ही सड़क 100 मीटर चौड़ी हो, लेकिन मौके पर बनी नहीं है. ऐसे में लोगों ने जमीन पर घर और दुकानें बना ली हैं. सर्वे शुरू होते ही लोगों को मकान-दुकान तोड़े जाने का डर सताने लगा है. कुछ लोगों ने एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार को पत्र लिख गुहार भी लगाई है. इनमें यह भी बताया गया है कि उनके निर्माण क्षेत्र के एलडीए की सीमा में आने से पहले के हैं. एलडीए के मुख्य अभियंता अवनींद्र सिंह का कहना है कि अयोध्या मार्ग पर एलिवेटेड रोड बनाने के लिए एलडीए फिजिबिलटी सर्वे करा रहा है. इसके बनाने का काम कोई दूसरी संस्था करेगी क्योंकि एलडीए इसके लिए विशेषज्ञ संस्था नहीं है. अभी किसी का कोई निर्माण तोड़ने की तैयारी नहीं है.
अयोध्या हाईवे पर अक्सर लगने वाले जाम को लेकर हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पॉलीटेक्निक चौराहा से इंदिरा नहर तक करीब 8-10 किमी दायरे में एलिवेटेड रोड बनाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे शुरू कर दिया है. एलिवेटेड रोड के दायरे में आने वाले मकानों को लेकर एलडीए ने स्थिति साफ कर दी है. प्राधिकरण का कहना है कि एलिवेटेड रोड होने की वजह से मकानों को तोड़ने की स्थिति नहीं आएगी मगर कुछ अतिक्रमण जरूर हटाए जा सकते हैं.
अयोध्या रोड पर जाम की समस्या पर हाईकोर्ट का रुख सख्त है। हाल ही हुई सुनवाई में भी अदालत ने एलडीए को जाम को दूर करने के उपाय करने को कहा। एलिवेटेड रोड बनाए जाने को लेकर जो खाका बनाया जा रहा है, उसके अनुसार अयोध्या रोड पर पॉलीटेक्निक चौराहा से इंदिरा नहर के पार करीब 8 से 10 किमी के दायरे में यह सड़क बनेगी.