लखनऊ : रिटायर्ड आईएएस अधिकारी को शराब का ठेका लेने की चाहत काफी महंगी पड़ गई. जालसाज के चक्कर में फंसकर पूर्व आईएएस ने एक करोड़ रुपये गवां दिए हैं. रिटायर्ड आईएएस की शिकायत पर गोमतीनगर थाने में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कराई है.
गोमतीनगर थाने में दर्ज FIR के अनुसार विपुलखंड गोमतीनगर के रहने वाले पूर्व आईएएस हरी प्रसाद की मुलाकात मई 2024 को खुद को पूर्व पुलिस अधिकारी बताने वाले राकेश शर्मा से हुई थी. बातचीत के दौरान राकेश शर्मा ने बताया कि पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद आज उसके पास शराब की कुल 84 दुकानें हैं. मेरी आबकारी विभाग में बहुत ही अच्छी पकड़ है. मेरे पास अंग्रेजी शराब की दुकान पर सप्लाई हेतु एफएल-2 का भी लाइसेंस है. जिसकी मालकिन अपनी पत्नी को बताया. इसके अलावा कई वरिष्ठ आईएएस व आईपीएस अधिकारियों के रिश्तेदारों को भी शराब की दुकानें दिलाने का दावा किया.
तहरीर के मुताबिक कुछ दिन बाद राकेश शर्मा तीन शराब की दुकानों का विज्ञापन लेकर उनके पास गया और ठेका दिलवाने की बात कही. जिसके एवज में एक करोड़ रुपये की मांग रखी. लालच में आकर रुपये दे दिए. काफी समय तक जब दुकानों का आवंटन नहीं होने पर पूर्व आईएएस ने राकेश से कारण पूछा तो उसने कुछ दिन बाद तीन दुकानों के लाइसेंस उन्हें दे दिए. इसके बाद लाइसेंस के बाबत आबकारी विभाग से जानकारी की तो पता चला कि लाइसेंस फर्जी हैं. इस पर राकेश से पैसे वापस मांगे तो वह फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देने लगा. गोमतीनगर इंस्पेक्टर राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी.