लखनऊ : उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को दिल्ली में हुई. बैठक में सभी सीटों पर प्रत्याशी लगभग तय हो गए हैं. भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मीरापुर विधानसभा सीट पर सहमति बनी है. इसके अलावा निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद को कोई भी सीट देने पर मुहर नहीं लगी है. संजय निषाद लगातार दो सीटों की डिमांड कर रहे थे.
बता दें, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ भाजपा से हाथ मिला लिया था. भारतीय जनता पार्टी ने आरएलडी को गठबंधन में दो सीटें दी थीं और दोनों पर राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे थे. मीरापुर विधानसभा सीट से आरएलडी के विधायक चंदन चौहान को ही पार्टी ने लोकसभा का टिकट दिया था. वे सांसद बन गए. मीरापुर विधानसभा सीट पहले से ही आरएलडी की मानी जाती है. खैर विधानसभा सीट पर भी आरएलडी ने दावा ठोंका था, लेकिन यहां पर भाजपा के ही विधायक और सांसद थे तो बीजेपी ने सीट अपने ही खाते में रखी है. आरएलडी की तरफ से तीन सीटों की डिमांड रखी गई थी, लेकिन बीजेपी ने एक सीट देने का मन बनाया है.
राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे का कहना है कि आरएलडी की तरफ से बीजेपी से विधानसभा उपचुनाव के लिए तीन सीटों की डिमांड जरूर की गई थी, लेकिन यह कोई जिद नहीं थी. हमारा गठबंधन मजबूत है. हमें अगर बीजेपी की तरफ से मीरापुर सीट मिलती है तो हम उस सीट को जीतेंगे और बीजेपी के जितनी सीटों पर उम्मीदवार खड़े होंगे उन्हें भी जिताने में पूरा सहयोग करेंगे.
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