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22 साल बाद लौट के आया हसन, इतने सालों तक कहां था गायब? सोशल मीडिया के माध्यम से हुई पहचान - YOUTH COMES HOME AFTER 22 YEARS

22 साल पहले लापता हुआ अलवर का हसन परिवार को वापस मिल गया है. परिवार में खुशी का माहौल है.

22 साल बाद लौट के आया युवक
22 साल बाद लौट के आया युवक (ETV Bharat Alwar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 20, 2025, 7:37 AM IST

Updated : Jan 20, 2025, 7:50 AM IST

अलवर : जिले के मेवात क्षेत्र के दांतला गांव में एक परिवार का बेटा 22 साल बाद वापस लौट आया. जानकारी के अनुसार हसन खां 2003 में ट्रक पर जाते हुए कोलकाता के पास हुए लूट की वारदात के बाद से ही लापता था, जिसे यूपी के लखीमपुर से अलवर लाया गया है. करीब 22 साल बाद सोशल मीडिया के माध्यम से उसके परिवार को उसका पता लगा और वह अपने घर वापसी कर पाया. परिवार के सदस्य ने बताया कि 2003 में घटना के समय हसन करीब 27 साल का था.

हसन खां के बेटे इमरान ने बताया कि पिता व फूफा सन 2003 में अलवर से कोलकाता तक ट्रक में तेल मील से तेल लेकर जा रहे थे. इसी दौरान कुछ बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया. घटना के बाद से ही पिता का कोई अता पता नहीं लगा. घटना का पता लगने पर परिवार के लोग उन्हें ढूंढने कोलकाता तक पहुंचे, लेकिन उनका कोई पता नहीं लग सका. काफी समय बाद भी जब हसन खां के बारे में जानकारी नहीं मिली तो परिवार ने उसके वापस आने की आस छोड़ दी.

22 साल बाद लौट के आया हसन (वीडियो ईटीवी भारत अलवर)

पढे़ं. 22 साल बाद युवक का मां और भाई से हुआ मिलन, गम में पिता चल बसे, पत्नी भी घर छोड़कर चली गई

इमरान ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल हो रही थी, जिसमें उसके पिता दिखाई दे रहे थे. यह वीडियो किसी परिचित को मिली, जिसने परिवार को यह वीडियो भेजकर सूचना दी. वीडियो देखने के बाद परिवार के लोगों ने हसन खां को पहचान लिया और वह वायरल वीडियो के स्थान उत्तर प्रदेश में जाकर हसन खां को ढूंढना शुरू किया, लेकिन इस बार भी उन्हें सफलता हासिल नहीं लगी. इसके बाद परिजनों ने उत्तर प्रदेश में उनके पिता की फोटो युक्त पोस्टर के माध्यम से ढूंढना शुरू किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला तो सभी वापस लौट आए. अलवर पहुंचने के बाद एक रात को लखीमपुर पुलिस ने फोन कर उन्हें सूचित किया कि हसन खां उनके पास है. इस पर वह अगले दिन सुबह लखीमपुर के लिए निकले और वहां से अपने पिता को लेकर अलवर पहुंचे. अलवर पहुंचते ही परिवार सहित आसपास के लोगों में खुशी का माहौल है.

मस्जिद, गुरुद्वारे का लिया सहारा : घर वापस आने पर हसन खां ने कहा कि जब 22 साल पहले उनके साथ लूट की घटना हुई, तब वह परेशान हो गया था. उसे आगे कहा जाना है, कुछ समझ नहीं आ रहा था. इसके चलते वह कब उत्तर प्रदेश पहुंच गया, उसे पता ही नहीं चला. उत्तर प्रदेश में वह मस्जिद और गुरुद्वारा में जाकर खाना खाता था. कभी कबार लोगों से मांग कर भी खाना खाया. घटना से वह इतना आहत हुआ था कि उसे खुद के घर का पता भी याद नहीं रहा. घर आकर उसने कुछ लोगों को पहचान लिया है. परिवार के लोगों का कहना है कि अभी हसन का स्वस्थ पूरी तरह से ठीक नहीं है. वह परिवार के कुछ लोगों को पहचान रहा है. कुछ दिनों में परिवार के साथ रहने के बाद अन्य लोगों को भी पहचान लेगा.

अलवर : जिले के मेवात क्षेत्र के दांतला गांव में एक परिवार का बेटा 22 साल बाद वापस लौट आया. जानकारी के अनुसार हसन खां 2003 में ट्रक पर जाते हुए कोलकाता के पास हुए लूट की वारदात के बाद से ही लापता था, जिसे यूपी के लखीमपुर से अलवर लाया गया है. करीब 22 साल बाद सोशल मीडिया के माध्यम से उसके परिवार को उसका पता लगा और वह अपने घर वापसी कर पाया. परिवार के सदस्य ने बताया कि 2003 में घटना के समय हसन करीब 27 साल का था.

हसन खां के बेटे इमरान ने बताया कि पिता व फूफा सन 2003 में अलवर से कोलकाता तक ट्रक में तेल मील से तेल लेकर जा रहे थे. इसी दौरान कुछ बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया. घटना के बाद से ही पिता का कोई अता पता नहीं लगा. घटना का पता लगने पर परिवार के लोग उन्हें ढूंढने कोलकाता तक पहुंचे, लेकिन उनका कोई पता नहीं लग सका. काफी समय बाद भी जब हसन खां के बारे में जानकारी नहीं मिली तो परिवार ने उसके वापस आने की आस छोड़ दी.

22 साल बाद लौट के आया हसन (वीडियो ईटीवी भारत अलवर)

पढे़ं. 22 साल बाद युवक का मां और भाई से हुआ मिलन, गम में पिता चल बसे, पत्नी भी घर छोड़कर चली गई

इमरान ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल हो रही थी, जिसमें उसके पिता दिखाई दे रहे थे. यह वीडियो किसी परिचित को मिली, जिसने परिवार को यह वीडियो भेजकर सूचना दी. वीडियो देखने के बाद परिवार के लोगों ने हसन खां को पहचान लिया और वह वायरल वीडियो के स्थान उत्तर प्रदेश में जाकर हसन खां को ढूंढना शुरू किया, लेकिन इस बार भी उन्हें सफलता हासिल नहीं लगी. इसके बाद परिजनों ने उत्तर प्रदेश में उनके पिता की फोटो युक्त पोस्टर के माध्यम से ढूंढना शुरू किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला तो सभी वापस लौट आए. अलवर पहुंचने के बाद एक रात को लखीमपुर पुलिस ने फोन कर उन्हें सूचित किया कि हसन खां उनके पास है. इस पर वह अगले दिन सुबह लखीमपुर के लिए निकले और वहां से अपने पिता को लेकर अलवर पहुंचे. अलवर पहुंचते ही परिवार सहित आसपास के लोगों में खुशी का माहौल है.

मस्जिद, गुरुद्वारे का लिया सहारा : घर वापस आने पर हसन खां ने कहा कि जब 22 साल पहले उनके साथ लूट की घटना हुई, तब वह परेशान हो गया था. उसे आगे कहा जाना है, कुछ समझ नहीं आ रहा था. इसके चलते वह कब उत्तर प्रदेश पहुंच गया, उसे पता ही नहीं चला. उत्तर प्रदेश में वह मस्जिद और गुरुद्वारा में जाकर खाना खाता था. कभी कबार लोगों से मांग कर भी खाना खाया. घटना से वह इतना आहत हुआ था कि उसे खुद के घर का पता भी याद नहीं रहा. घर आकर उसने कुछ लोगों को पहचान लिया है. परिवार के लोगों का कहना है कि अभी हसन का स्वस्थ पूरी तरह से ठीक नहीं है. वह परिवार के कुछ लोगों को पहचान रहा है. कुछ दिनों में परिवार के साथ रहने के बाद अन्य लोगों को भी पहचान लेगा.

Last Updated : Jan 20, 2025, 7:50 AM IST
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