लखनऊ : ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार शाम करीब 5 बजे हुए हादसे के बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. एलडीए, नगर निगम, राजस्व, पुलिस, एसडीआरएफ, पीडब्लूडी विभाग की टीमें मौके पर मौजूद हैं. मलबा हटाने के दौरान अब भी सावधानी बरती जा रही है. मलबा हटाने के बाद उपकरणों से जांच की जाती है कि कोई अन्दर अब भी फंसा तो नहीं है. संभवतः अभी 12 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन और जारी रहेगा.
15 करोड़ से ज्यादा का नुकसान : मलबे में चारों तरफ दवाइयां ही दवाइयां फैली हुई थीं, वहीं चारों तरफ मोबिल ऑयल भी बिखरा हुआ है. इलाके के कारोबारियों का अनुमान है कि इस हादसे में केवल दवाइयों और उपकरणों की कीमत लगभग 15 करोड़ रुपये है. दवा कंपनी में वेंटीलेटर उपकरणों के साथ ही सर्जिकल आइटम व कई तरह की दवाइयां खराब हो गईं, वहीं करोड़ों रुपये का ऑयल भी खराब हो गया.
बारिश ने बढ़ाई मुश्किल : बारिश के कारण रेस्क्यू स्थल पर पानी भर जाने के कारण टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फिर भी पूरी रेस्क्यू टीम लगातार आपरेशन में लगी हुई है. कल हुए रेस्क्यू में कई मोटरसाइकिल व स्कूटी बाहर निकाली गईं. वहीं एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम मौके पर सतर्क रूप से नजर बनाए हुए है. कल कई बार कुछ शंका होने पर बचाव दल के कर्मियों ने आधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर जांच में संतुष्ट होने पर फिर से रेस्क्यू शुरू किया गया.
15 में से 5 को अस्पताल से भेजा गया : हादसे में 15 घायलों में से 5 को उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. अभी 10 घायलों का इलाज लोकबन्धु अस्पताल में तथा 4 लोगों का मेडिकल कॉलेज में चल रहा है, जिसमें दो की हालत स्थिर बनी हुई है.
स्ट्रक्चर की जांच करने आएगी गुजरात से टीम : इमारत का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का निर्देश मंडलायुक्त रोशन जैकब ने जारी किया है. एक टीम गुजरात के गांधीनगर से नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी से सोमवार को आने की संभावना है.
बता दें कि ट्रांसपोर्टनगर में शनिवार को हरमिलाप टावर भरभरा कर गिर गया था, जिसमें अब तक 8 लोगों की मौत हो गई तथा 28 लोग घायल हो गए थे. इस संबंध में टावर के मालिक आशियाना निवासी राकेश सिंघल पर सरोजनीनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. मौके पर राहत व बचाव का कार्य अभी तक जारी है. एलडीए ने एहतियात के तौर पर बगल वाली बिल्डिंग को भी सील कर दिया है.
एलडीए की टीम ने दो बिल्डिंगों को किया सील : लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि कानपुर रोड योजना स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के भूखण्ड संख्या-सी-54 पर निर्मित भवन के अचानक गिर जाने के कारण आसपास के भवनों का सुरक्षा के लिहाज से सर्वे कराया गया है, जिसमें बगल में स्थित भूखण्ड संख्या-55 पर निर्मित भवन को क्षति पहुंचने की प्रबल संभावना के कारण रविवार को अग्रिम आदेशों तक के लिए सील किया गया. सोमवार को अभियंत्रण खण्ड-2 के अधिशासी अभियंता अजय गोयल व सहायक अभियंता उर्वशी श्रीवास्तव ने टीम के साथ पीछे के भवनों का भी सर्वे किया, इसमें पाया गया कि घटनास्थल के ठीक पीछे भूखण्ड संख्या-सी-41 पर निर्मित काॅम्पलेक्स को भी मलबा गिरने की वजह से क्षति पहुंचने की संभावना है. ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिगत उक्त काॅम्पलेक्स को भी अग्रिम आदेशों तक के लिए सील कर दिया गया है. नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, गांधी नगर, गुजरात की टीम से इन भवनों का स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही भवनों की सील खोली जाएगी. उन्होंने बताया कि नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की टीम मंगलवार सुबह लखनऊ पहुंचकर जांच शुरू कर देगी.
उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि शासन की ओर से सचिव, गृह विभाग की अध्यक्षता में गठित जांच टीम ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है. जांच में प्राधिकरण के स्तर से सहयोग प्रदान करने के लिए अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा के पर्यवेक्षण में प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह, सम्पत्ति अनुभाग से उप सचिव माधवेश कुमार, मानचित्र अनुभाग से सहायक अभियंता आरके अवस्थी व अभियंत्रण जोन-2 से अवर अभियंता ऋतुपाल को नामित किया गया है.
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