धमतरी: छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार 26 अप्रैल को है. इस बीच सियासी दल लगातार एक दूसरे पर जुबानी प्रहार कर रहे हैं. धमतरी से साजा विधायक ईश्वर साहू ने पूर्ववर्ती बघेल सरकार और महासमुंद लोकसभा प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू पर बुरे वक्त में साथ न देने का आरोप लगाया है. साथ ही साजा विधायक ने कहा है कि साहू समाज उन्हें माफ नहीं करेगा. ईश्वर साहू के बयान पर धमतरी के विधायक ने पलटवार किया है. उन्होंने ईश्वर साहू को साहू समाज के नाम पर सियासत न करने की सलाह दे डाली है.
ईश्वर साहू का कांग्रेस पर आरोप: दरअसल, ईश्वर साहू बुधवार को धमतरी पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान तत्कालीन बघेल सरकार और ताम्रध्वज साहू पर बुरे वक्त में साथ न देने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा है कि साहू समाज उन्हें माफ नहीं करेगी. ईश्वर साहू ने कहा कि, "जब मेरे बेटे की हत्या हुई थी. उस समय छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ही थे. उस समय संकट से हम गुजर रहे थे. उन्होंने कोई मदद नहीं की."
कांग्रेस ने किया पलटवार: ईश्वर साहू की बयान पर कांग्रेस पार्टी ने भी पलटवार किया है.इस मामले में धमतरी के विधायक ओंकार साहू ने कहा कि, "ईश्वर साहू के साथ जो दुर्घटना हुई थी, उसमें तत्काल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री साहू ने उन्हें फौरन मदद की थी. ईश्वर साहू को साहू समाज के नाम पर सियासत नहीं करनी चाहिए."
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला है. छत्तीसगढ़ के महासमुंद लोकसभा सीट की अगर हम बात करें तो यहां चुनावी मैदान में 16 प्रत्याशी हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सिर्फ भाजपा और कांग्रेस के बीच है. महासमुंद लोकसभा सीट पर साहू जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है और यहां की राजनीति में भी साहू समाज काफी बड़ा असर रखता है. कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी के तौर पर पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ताम्रध्वज साहू को उतारा है. वहीं, बीजेपी ने रूपकुमारी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है.