नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल और घोटाले की लोकायुक्त अदालत में चल रही जांच में बुधवार को बड़ा फैसला आया है. इस मामले में लोकायुक्त ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को नोटिस भेजा है. अब, उन्हें 6 मार्च तक अपना जवाब लोकायुक्त को भेजना है.
दरअसल, वर्ष 2018 में बीजेपी सांसद ने इस मामले को उठाया था. उसके बाद सतर्कता निदेशालय ने अपनी रिपोर्ट में यह जिक्र किया था कि सरकारी स्कूलों में गत वर्षों के दौरान जो अतिरिक्त कक्षाओं का निर्माण हुआ है, उसमें अनियमितताएं पाई गई है.
वहीं. लोकायुक्त भवन से बाहर निकालने के बाद दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी केजरीवाल सरकार ने भ्रष्टाचार किया. केजरीवाल खुद को पढ़ा लिखा और ईमानदार मानते हैं. लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई का उपयोग भ्रष्टाचार करने के लिए किया है. दिल्ली में पैनिक बटन घोटाला, शीश महल घोटाला, शराब घोटाला और अब शिक्षा घोटाला भी सामने आ गया है.
सचदेवा ने कहा कि स्कूलों में कमरा बनाने के लिए सारे रूल्स तोड़े गए. बंद कमरे में ठेकेदारों के साथ बैठक की गई. ठेकेदार के हिसाब से ही 100% रकम बढ़ाई गई. स्कूलों में 4126 कमरे का घोटाला हुआ है. इतनी बड़ी लूट शिक्षा के नाम पर दिल्ली सरकार ने की है. केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली में बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे, अच्छे कमरे देंगे, अच्छे स्कूल देंगे. इन सब के नाम पर उन्होंने केवल लूट मचाई है.
वहीं, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मैं इस पुरे मामले का गवाह भी हूं और शिकायतकर्ता भी. आज बहुत बड़ा फैसला आया है. दिल्ली के स्कूलों में क्लासरूम में हुए घोटाले को लेकर आज चर्चा होने लगी. जिस लोकायुक्त की बार-बार केजरीवाल दुहाई देते थे. आज उस लोकायुक्त ने आप नेताओं को समन जारी किया है. इस पूरे घोटाले में जो भी दोषी हैं उनको सजा मिलनी चाहिए.