बिलासपुर: नगरपालिका तखतपुर के वार्ड नंबर 4 से कांग्रेस के कट्टर कार्यकर्ता शैलेंद्र निर्मलकर ने जीत दर्ज की है. शैलेंद्र निर्मलकर ने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी के मंडल अध्यक्ष को 460 वोटों के अंतर से हराया. शैलेंद्र निर्मलकर अपनी जीत के बाद परिवार के साथ घर घर घूमकर लोगों को धन्यवाद दे रहे हैं. शैलेंद्र निर्मलकर वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता हैं जिन्होने लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कार्यकर्ताओं से शर्त लगाई थी. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शैलेंद्र निर्मलकर से कहा था कि उसके नेता देवेंद्र यादव लोकसभा चुनाव में हार जाएंगे.
शैलेंद्र निर्मलकर ने लगाई थी मुंडन कराने की शर्त: बीजेपी कार्यकर्ताओं के तंज पर शैलेंद्र निर्मलकर ने कहा था कि अगर उनके नेता देवेंद्र हार गए तो वो अपना सिर मुंडवा लेंगे. लोकसभा चुनाव के जब नतीजे आए तो देवेंद्र यादव चुनाव हार गए. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शैलेेंद्र यादव को उनकी शर्त याद दिलाई. शैलेंद्र यादव ने वादा निभाते हुए अपना सिर मुंडवा लिया. करीब 10 महीने बाद अब शैलेंद्र निर्मलकर ने अपने अपमान का बदला बीजेपी से चुकाया है. शैलेंद्र निर्मलकर ने बीजेपी के मंडल अध्यक्ष को चुनाव हराकर जीत दर्ज की है.
![Revenge taken in civic election](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-02-2025/23554793_two.jpg)
बीजेपी के मंडल अध्यक्ष नैन लाल साहू को हराया: शैलेंद्र निर्मलकर को जब पार्टी ने वार्ड नंबर 4 से टिकट दिया तो बीजेपी को उम्मीद थी कि एक कार्यकर्ता क्या चुनाव जीतेगा, पर शैलेंद्र निर्मलकर ने जोरदार तरीके से अपना प्रचार किया. शैलेंद्र निर्मलकर चाहता था कि लोकसभा चुनाव में उसने जो मुंडन कराने का अपमान झेला है उसका बदला वो अपनी जीत से चुकाए. शैलेंद्र निर्मलकर की मेहनत रंग लगाई. पार्टी कार्यकर्ताओं की बदौलत शैलेंद्र निर्मलकर ने जीत दर्ज की. बीजेपी के मंडल अध्यक्ष को हराने के बाद शैलेंद्र काफी खुश हैं.
![Revenge taken in civic election](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-02-2025/23554793_infofo.jpg)
किसको कितने वोट मिले: कांग्रेस के शैलेंद्र निर्मलकर को कुल 1093 मतों में से 762 वोट मिले जबकी भाजपा प्रत्याशी नैन लाल साहू को 303 वोट मिले. शैलेंद्र निर्मलकर ने बीजेपी के मण्डल अध्यक्ष नैन लाल साहू को 460 मतों के भारी अंतर से हराया. नगर पालिका तखतपुर वार्ड 4 से जीत दर्ज करने वाले शैलेंद्र निर्मलकर की मां नर्मदा बाई झाड़ू पोछा लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण करती है. नर्मदा बाई अपने बेटे की जीत से काफी खुश हैं. शैलेंद्र निर्मलकर की पत्नी शशि निर्मलकर पति की जीत का श्रेय उनकी मेहतन को देती हैं.