लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के यूपी की 8 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत ने सभी दलों की धुकधुकी बढ़ा दी है. कारण, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के तुलना करें तो लगभग सभी सीटों पर 8 % तक मतदान गिरा है. जबकि पिछले चुनाव में अमरोहा, बागपत, मेरठ सहित सभी सीटों पर जीत-हार के बीच भी करीब 6 से 08 प्रतिशत वोटों का ही अंतर था. मतदाताओं के इस रुख ने खासकर बीजेपी और बीएसपी की टेंशन बढ़ा दी है.
लोकसभा चुनाव 2019 के वोटिंग प्रतिशत पर नजर डालें तो 4 सीटों पर BJP और BSP के बीच ही कांटे की टक्कर रही. गाजियाबाद, अमरोहा, बुलंदशहर, मेरठ, अलीगढ़ में तो हार-जीत के बीच 8 फीसदी से भी कम का अंतर था. इसमें अमरोहा, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में भाजपा-बसपा के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली थी. इस लिहाज से वोटिंग परसेंटेज में गिरावट से दोनों ही दलों की धुकधुकी बढ़ गई है.
इस बार मतदान में आई कमी मुकाबले को रोचक बना रही है. कम वोटिंग से यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि किसको अधिक और किसको कम वोट मिलेंगे. दोनों ही गठबंधन यह दावा कर रहे हैं कि उनकी जीत होगी. मगर वोटिंग पैटर्न बता रहा है कि इस बार पिछली बार के मुकाबले बड़ी जीत की जगह परिणाम देखने को मिल सकते हैं. कम वोटिंग को लेकर कहा जा रहा है कि प्रचंड गर्मी और परिणाम को लेकर उदासीनता ने वोटरों को घर में कैद कर दिया.