लखनऊ: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोक दल को सात सीटें दीं और साफ किया कि यूपी में समाजवादी पार्टी और आरएलडी का गठबंधन बरकरार रहेगा, लेकिन अब रालोद की तरफ से कहा जा रहा है कि यह सपा ने अपनी तरफ से सात सीटें दी हैं. हमारी मांग 12 सीटों की है, जो जारी है. अभी गठबंधन पर पूरी तरह से मुहर नहीं लगी है. आरएलडी की तरह ही कांग्रेस को भी जो 11 सीटें समाजवादी पार्टी ने दी हैं उस पर कांग्रेस भी सहमत नहीं है.
लिहाजा, अभी सपा के साथ आरएलडी का भी गठबंधन तय नहीं है और कांग्रेस का भी. ऐसे में भी माना जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में अभी इंडिया गठबंधन के दलों में ही गठबंधन को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. समाजवादी पार्टी की तरफ से जो कहा जा रहा है वह अन्य साथी दलों के लिए कोई मायने नहीं रख रहा है.
2022 का यूपी विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने वाले राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी गठबंधन होने की बात कही जा रही है. पिछले दिनों लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि यूपी में हमारा गठबंधन जारी है. समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय लोक दल को सात सीटें दी हैं.
शुरुआत में राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं ने भी गठबंधन को लेकर हामी भरी, लेकिन अब राष्ट्रीय लोकदल में ही नेताओं के बीच चर्चा हो रही है कि अभी सात सीटों पर राष्ट्रीय लोकदल तैयार नहीं है. जो 12 सीटों की डिमांड भेजी गई थी, उतनी ही सीटें चाहिए. सात सीटें मंजूर नहीं. हालांकि आरएलडी के उत्तर प्रदेश के नेता सामने आकर तो कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं, लेकिन उनका कहना है कि अभी समाजवादी पार्टी की तरफ से गठबंधन की बात कही जा रही है. राष्ट्रीय लोकदल की सात सीटों से ज्यादा की डिमांड जारी है. इसे लेकर अभी राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत भी चल रही है.
कांग्रेस को 11 सीटें मंजूर नहीं: राष्ट्रीय लोक दल को समाजवादी पार्टी की तरफ से दी गई सात लोकसभा सीटें जिस तरह से मंजूर नहीं हैं. उसी तरह से सपा ने कांग्रेस को जो 11 लोकसभा सीटें दी हैं, वह कांग्रेस को भी मंजूर नहीं. कांग्रेस की तरफ से भी गठबंधन पर मुहर नहीं लगाई गई है.