जयपुर. लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस ने भी अपनी पहली सूची जारी कर दी है. 10 प्रत्याशियों की सूची में कांग्रेस ने सभी सीटों पर चेहरे बदल दिए हैं. खास बात है कि कांग्रेस ने तीन विधायक, दो पूर्व मंत्रियों और महिला को अपना चुनावी प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस और भाजपा की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची में 8 सीटों पर आमने-सामने का मुकाबला बन गया है. ऐसे में अब कांग्रेस की रणनीति को देखते हुए भाजपा भी अपनी रणनीति में बदलाव करने जा रही है. साथ ही शेष बची 10 सीटों पर प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन का दौर शुरू हो गया है. पार्टी सूत्रों की मानें तो शेष सभी 10 सीटों पर एक बार फिर प्रदेश के नेताओं से रिपोर्ट मांगी गई है. माना जा रहा है कि इसी सप्ताह कोर ग्रुप की बैठक हो सकती है और उसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी. ऐसे में आचार संहिता के बाद भाजपा अपने शेष उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी.
रणनीति में बदलाव : ऐसा शायद यह पहला मौका है, जब कांग्रेस ने कमोबेश सभी सीटों पर चेहरे बदल दिए हैं. विधानसभा चुनाव से सबक लेकर कांग्रेस लोकसभा चुनाव में नई रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है तो, अब इसके बाद भाजपा ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया है. पार्टी सूत्रों की माने तो केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश में एक बार फिर से सीटों पर नए सिरे से रिपोर्ट मांगी है. झुंझुनू, जयपुर ग्रामीण, टोंक - सवाई माधोपुर, करौली - धौलपुर, राजसमंद और गंगानगर-हनुमानगढ़ इन सीटों पर फिर से मंथन हो रहा है. बीजेपी कुछ सीटों पर महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारने पर विचार कर रही है तो इसके साथ ही अन्य सीटों पर जाति समीकरण भी देख रही है. कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं के टिकट को लेकर भी पार्टी गहराई से मंथन कर रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस से आए हुए नेताओं को टिकट मिलने के बाद पार्टी में किसी तरह की कोई नाराजगी खड़ी ना हो इस लिहाज से भी विचार किया जा रहा है.
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भाजपा की 10 सीटों का समीकरण : भाजपा की ओर से अब शेष 10 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के लेकर मंथन चल रहा है. माना जा रहा है कि 10 में से 6 सीटों पर प्रत्याशी बदले जाएंगे. 4 सीटों पर रिपीट की संभावना है, इसमें महिला प्रत्याशियों को भी प्राथमिकता दी जा सकती है. जिन 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारने हैं, उनमें से जयपुर ग्रामीण से सांसद रहे कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ अब भजनलाल सरकार में मंत्री है. ऐसे में इस सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राव राजेन्द्र को प्रत्याशी बनाया जा सकता हैं. वहीं, महिला चेहरे के रूप में बीजेपी नेता राखी राठौड़ का नाम भी चर्चाओं में है. हालांकि कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लाल चंद कटारिया का नाम भी चर्चाओं में आ गया है. वहीं, अजमेर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भागीरथ चौधरी को पार्टी ने विधानसभा में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वो चुनाव हार गए. ऐसे में यहां से बीजेपी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को प्रत्याशी बना सकती हैं. हालांकि हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए राजेन्द्र यादव का नाम भी चर्चाओं में आ गया है.
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इसी तरह से दीया कुमारी के उप मुख्यमंत्री बनने से राजसमंद सीट पर भी बीजेपी को नया चेहरा उतारना पड़ेगा. यहां से पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के साथ पूर्व सांसद हरिओम सिंह राठौड़ के बेटे करणवीर सिंह का नाम चर्चाओं में हैं. झुंझुनू सीट से सांसद नरेन्द्र कुमार को भी पार्टी ने विधानसभा में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वो चुनाव हार गए. ऐसे में यहां से भी पार्टी किसी नए चेहेरे को प्रत्याशी बना सकती हैं. इस सीट पर सांसद नरेन्द्र कुमार की पुत्रवधु हर्षिनी कुल्हरी का नाम चल रहा है. वहीं, पूर्व सांसद संतोष अहलावत और कांग्रेस प्रत्याशी बृजेन्द्र ओला परिवार से भाजपा नेत्री सुमन कुल्हरी के नाम भी महिला प्रत्याशी के रूप में आगे चल रहा है.
करौली-धौलपुर से मौजूदा सांसद मनोज राजोरिया की जगह हटी राम ठेकेदार, प्रेम सिंह मेहरा, विवेक जाटव का नाम चर्चाओं में हैं. दौसा से मौजूदा सांसद जसकौर मीणा का टिकट कट सकता है. उनकी जगह जसकौर की बेटी अर्चना मीणा का नाम आगे है. इसके अलावा पूर्व मंत्री वीरेंद्र मीणा और मंत्री किरोड़ी मीणा के भाई पूर्व ब्यूरोक्रेट जगमोहन मीणा का नाम भी मजबूत माना जा रहा है. टोंक-सवाई माधोपुर से मौजूदा सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया की जगह कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की बेटी सुनीता बैंसला, और जयपुर ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर का भी चर्चाओं में हैं. जयपुर शहर से मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा का टिकट कटने की स्थिति में प्रदेश पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी और सुनील कोठारी के नाम को लेकर चर्चा तेज है.
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आचार संहिता के बाद दूसरी सूची : प्रदेश में भाजपा की ओर से दूसरी सूची में अभी थोड़ा समय लग सकता है. पार्टी सूत्रों की माने तो आचार संहिता के बाद इसके आने की संभावना है. माना जा रहा है कि दो से तीन दिन में कभी भी लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है. इसके बाद ही भाजपा की ग्रुप और केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी. ऐसे में अब आदर्श आचार संहिता लगने के बाद ही दूसरी सूची आएगी. चर्चा इस बात की भी है कि बीजेपी उन नेताओं से भी संपर्क में हैं जो पहले बीजेपी में थे, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए.
8 सीटों पर योद्धा आमने-सामने : कांग्रेस पार्टी ने 10 तो भाजपा ने 15 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. कांग्रेस और भाजपा की ओर से जारी की गई सूची के बाद 8 सीटों पर भाजपा कांग्रेस के प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है. इसमें बीकानेर से बीजेपी की ओर से अर्जुन राम मेघवाल मैदान में है तो, वहीं कांग्रेस की ओर से गोविंद राम मेघवाल, इसी तरह से चूरू से बीजेपी के देवेंद्र झाझरिया तो कांग्रेस की ओर से राहुल कस्वां, अलवर से बीजेपी की ओर से भूपेंद्र यादव तो कांग्रेस की ओर से ललित यादव, भरतपुर से बीजेपी की ओर से रामस्वरूप कोहली तो कांग्रेस की ओर से संजना जाटव, जोधपुर से बीजेपी की ओर से गजेंद्र सिंह शेखावत तो कांग्रेस की ओर से करण सिंह, जालौर-सिरोही से बीजेपी की ओर से लुंबाराम चौधरी तो कांग्रेस की ओर से वैभव गहलोत, उदयपुर से भाजपा की ओर से मन्नालाल रावत तो कांग्रेस की ओर से ताराचंद मीणा, चित्तौड़ से भाजपा की ओर से सीपी जोशी तो कांग्रेस की ओर से उदयलाल आंजना मैदान में हैं.