दरभंगा: बिहार के मधुबनी में पुलिस ने इश्तेहार चिपकाया गया है. पुलिस ने मधुबनी लोकसभा में 20 मई को हुए मतदान के दिन दरभंगा के जाले विधानसभा में हुए फर्जी मतदान को लेकर कार्रवाई की है. फर्जी वोटिंग के दौरान चार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. उसके बाद जाले थाना पर धावा बोल हिरासत में लिए गए तीन महिला सहित एक युवक को भीड़ द्वारा जबरन छुड़ा कर ले जाने का मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 23 लोगो के घरों पर इस्तेहार चिपकाया है.
दरभंगा में 23 लोगों के घरों पर इस्तेहार चिपकाया: फर्जी वोटिंग मामले में दरभंगा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं नगर पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि फर्जी वोटिंग मामले में न्यायालय से वारंट जारी किया गया था. पुलिस ने जाले थाना के देउरा बंधौली गांव में 23 लोगों के घरों पर इस्तेहार चिपकाया गया है. ताकि फरार लोग पुलिस के समक्ष उपस्थित हो सके.
"फर्जी वोटिंग के दौरान चार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. कुछ लोगों ने जाले थाना पर धावा बोल फर्जी मतदान में पुलिस हिरासत में लिए गए तीन महिला सहित एक युवक को भीड़ द्वारा जबरन छुड़ा कर भाग गये थे. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज करते हुए 23 लोगो के घरों पर इस्तेहार चिपकाया किया है."- शुभम आर्य, सिटी एसपी
पुलिस के कार्यशैली पर उठाये सवाल: इस घटना की सूचना मिलने के बाद देउरा बंधौली गांव पहुंचे ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने दरभंगा पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न उठाया है. उन्होंने कहा कि दरभंगा पुलिस किसके दबाव में यह काम कर रही है.
पुलिस सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं जारी कर रही: नजरे आलम ने कहा कि गांव भ्रमण में लोगों ने कहा कि मामला बूथ नंबर 85 का है, लेकिन साजिश के तहत 87 नंबर बूथ के पीठासीन से मुकदमा दर्ज करवाया गया है. यह जांच का विषय है. सबसे गंभीर सवाल है कि जो धारा 354 B महिला के साथ छेड़छाड़ का लगा है. आखिर पुलिस उस बूथ का सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं जारी कर रही है.
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