नई दिल्ली: 25 मई को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली के सभी 700 बाजार बंद रहेंगे. साथ ही इंडस्ट्रियल एरिया में भी छुट्टी होगी. ताकि दुकानदार और कर्मचारी अपने-अपने वोट डाल सकें. CTI ने व्यापरियों से आग्रह किया है कि वह चुनाव वाले दिन किसी भी वर्कर की सैलरी न कांटे. सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि यदि किसी दुकानदार ने मतदान के दिन भी दुकान खोली तो उसे इसके बदले में कर्मचारियों को वेतन के साथ-साथ एक दिन का अवकाश देना पड़ेगा. सीटीआई ने चुनाव को देखते हुए यह निर्णय लिया है.
चुनाव आयोग और लेबर डिपार्टमेंट ने भी इलेक्शन में वोट डालने के लिए कर्मचारियों और स्टाफ को पेड छुट्टी देने का निर्देश दिया है. इस संदर्भ में दिल्ली के मार्केट एसोसिएशन्स के पदाधिकारियों से भी चर्चा हुई है. इसके चलते CTI का अनुमान है कि थोक बाजारों समेत सभी 700 बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे. अगर रिटेल में कोई अपनी शॉप खोलता है, तो वोट डालकर आने के बाद ही दुकान को खोले. लेकिन कर्मचारियों को काम पर आने का दबाव नहीं बनाया जा सकता. CTI ने इमरजेंसी सर्विस से जुड़े कर्मचारियों से भी अपील की है कि वो भी मतदान करके ही काम पर पहुंचे.
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सीटीआई चेयरमैन ने बताया कि दिल्ली सरकार पहले ही दुकान, होटल, रेस्टोरेंट, रिसॉर्ट, व्यापार और औद्योगिक इकाइयों समेत व्यवसासिक प्रतिष्ठानों को निर्देश दे चुकी है कि वे अपने कर्मचारियों को छुट्टी दें और पैसे नहीं काटे. राज्य सरकार के श्रम विभाग ने आदेश जारी किया है, जिसमें जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 135बी प्रावधान के अनुसार किसी भी व्यवसाय, व्यापार, औद्योगिक उपक्रम या किसी अन्य प्रतिष्ठान में कार्यरत प्रत्येक व्यक्ति को लोकसभा या विधानसभा चुनाव में वोटिंग का हक है. उसे मतदान के दिन छुट्टी दी जाएगी.