रांची: झारखंड में इंडिया ब्लॉक के सीट शेयरिंग के तहत सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़कर दो लोकसभा सीट जीतने में सफल रही कांग्रेस पार्टी की बुधवार को मोरहाबादी के संगम गार्डन में विस्तारित कार्यसमिति की समीक्षा बैठक की गई. इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, चंपाई सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे के सभी मंत्री, विधायक, नवनिर्वाचित सांसद और हारे हुए उम्मीदवारों के साथ-साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ सभी जिलाध्यक्ष, जिला सचिव और अन्य पदाधिकारी शामिल हुए.
बॉटम से टॉप तक हर किसी की जवाबदेही और जिम्मेवारी तय होगी- गुलाम अहमद मीर
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव गुलाम अहमद मीर ने कहा कि एक तरफ भाजपा और एनडीए अबकी बार 400 पार के नारे के साथ मैदान में थी, तो हम संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे थे. हम सरकार नहीं बना सके, लेकिन संविधान बचाने की लड़ाई हम जीत गए हैं. इसलिए देश और राज्य की जनता को हम शुभकामनाएं देते हैं. प्रदेश प्रभारी ने कहा कि झारखंड में हमारे अलायंस ने अच्छा प्रदर्शन किया है, भले ही रिजल्ट मनोकुल नहीं रहा है. प्रदेश प्रभारी ने कहा कि एक हाई लेवल कमेटी बनेगी जो एक-एक लोकसभा क्षेत्र में जाकर हार की समीक्षा करेगी और 15 दिन में रिपोर्ट देगी.
बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी का किया आगाज
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बताया राज्य में 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 31 सीट मिली थी और जेपी पटेल और प्रदीप यादव के पार्टी में शामिल हो जाने की वजह से अब यह संख्या 33 हो गई है. ऐसे में पार्टी सबसे पहले अपनी इन 33 विधानसभा सीटों पर तैयारियों को अंतिम रूप देगी.
इस वजह से हारे हजारीबाग-अंबा प्रसाद
बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग में दूसरे दल से आए उम्मीदवार, ज्यादातर इलाकों में उम्मीदवार के नहीं पहुंच पाने और देर से टिकट मिलने जैसे कई वजहें रही जिसकी वजह से हमारी हार हुई. उन्होंने माना कि हमलोगों को जीतने की पूरी उम्मीद थी पर ऐसा हो न सका.
माना कि हमारे कुछ मंत्रियों का परफॉर्मेंस खराब, पर उन पर उंगली उठाना ठीक नहीं- इरफान अंसारी
कांग्रेस के जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि प्रभारी महोदय ने जीत-हार की एक-एक बिंदु की समीक्षा की है और सभी विधायक को और कार्य समिति सदस्य से अपनी-अपनी गोपनीय रिपोर्ट देने को कहा है. इरफान अंसारी ने कहा कि यह माना कि चंपाई सोरेन सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के कई मंत्रियों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा है, लेकिन इसका सारा दोष उनके ऊपर डालना ठीक नहीं है.
आलमगीर के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर इरफान ने की दावेदारी
चंपाई मंत्रिमंडल में आलमगीर आलम के इस्तीफे से खाली हुई सीट को लेकर उन्होंने कहा कि कौन मंत्री बनेगा इस पर फैसला भी पार्टी आलाकमान को लेना है, लेकिन उनकी भी दावेदारी इस पर है. क्योंकि वह अल्पसंख्यक कोटे की सीट है.
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