पटनाः 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की सभी पार्टियां जोरशोर से तैयारी में जुटी हुई हैं, लेकिन NDA हो या महागठबंधन अभी तक सीट शेयरिंग पर बात बनती नहीं दिख रही है. शुक्रवार को खबर आई कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग फाइनल हो गयी है लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का कहना है अभी सीटों को लेकर कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है, बातचीत अंतिम दौर में जरूर है.
एक-दो दिन में निकल आएगा फाइनल फॉर्मूलाः महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि "बैठकों का दौर लगातार चल रहा है. सभी पार्टी के नेता एक-दूसरे मिल रहे हैं, बात कर रहे हैं और एक से दो दिनों के अंदर ही महागठबंधन में सीट बंटवारे का फाइनल फॉर्मूला निकल आएगा."
"लालू और तेजस्वी बोलें तो हम बोलेंगे:" 28 सीटों पर आरजेडी के लड़ने और कांग्रेस को 9 सीट दिए जाने की चर्चाओं पर अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि "अगर लालू जी या तेजस्वी जी बंटवारे को लेकर बोलें तो हम बोलेंगे. बाकी कौन क्या बोल रहा है इस पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं समझता. बातचीत चल रही है और जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी."
कांग्रेस का 10 से अधिक सीटों पर दावाः सीट बंटवारे में कांग्रेस की हिस्सेदारी पर अखिलेश सिंह ने कहा कि "पिछली बार हमलोगों ने 9 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था लेकिन तब परिस्थितियां अलग थीं. इस बार कांग्रेस 10 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि सीटों के नंबर को लेकर हम रिजिड नहीं हैं. हर सीट पर मजबूत कैंडिडेट देना हमारा लक्ष्य है ताकि बीजेपी को हराया जा सके."
सबको चाहिए ज्यादा से ज्यादा सीटः फिलहाल महागठबंधन में सीट शेयरिंग फाइनल नहीं हुई है, हालांकि घटक दल अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं. आरजेडी जहां 25 से 28 सीट मांग रहा है, वही कांग्रेस 10 से 12 सीटों पर दावा पेश कर रही है, जबकि लेफ्ट पार्टियां भी 5 से 7 सीटों पर टिकट की दावेदारी कर रही हैं.
2019 में महागठबंधन का निराशाजनक प्रदर्शनः 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी बिहार में NDA और महागठबंधन के बीच मुकाबला हुआ था. तब NDA ने राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 39 सीटों पर कब्जा जमाया था, वहीं महागठबंधन को सिर्फ 1 सीट मिली थी जो कांग्रेस के खाते में गयी थी, जबकि आरजेडी का खाता तक नहीं खुला था.