जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को फलोदी विधानसभा क्षेत्र में जनसभाएं की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिश्नोई समाज को केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण देने का हर संभव प्रयास कर रही है. जिस ओबीसी आयोग को मोदी सरकार ने संवैधानिक दर्जा दिया है, उसने सरकार से इसकी स्ट्रॉग रिकमेंडेशन की है. उन्होंने कहा कि अब तो हाथी निकल गया है, केवल पूछ बाकी है, यानी अब आरक्षण मिलने की औपचारिकता मात्र बाकी रह गई है. जाम्बा में बिश्नोई समाज के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इतना बड़ा काम हो जाने के बाद भी समाज के युवा सोशल मीडिया में जो लिख रहे हैं वह ठीक नहीं है मुझे इसके लिए आप सभी का आशीर्वाद और संरक्षण चाहिए.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय सेवाओं में बिश्नोई समाज को आरक्षण की रिकमेंडेशन की प्रकिया का काम आचार संहिता लागू होने से पहले कर दिया गया है. जब केंद्र सरकार रिकमेंडेशन के तहत आरक्षण के लिए किसी समाज को नोटिफाई करेगा, उसमें सबसे पहले राजस्थान के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब का बिश्नोई समाज होगा. उन्होंने कहा कि आयोग ने जो रिपोर्ट सरकार को भेजी है वह मैंने भी और जसवंत सिंह जी ने भी पढ़ी है. इसलिए अब विश्नोई समाज के केंद्र में आरक्षण पर कोई संशय नहीं है. अन्य समाज के साथ जब नोटिफिकेशन आएगा तो सबसे ऊपर विश्नोई समाज का नाम होगा.
आरक्षण को लेकर हो रहा था विरोध : शनिवार को विश्नोई समाज की धर्म सभा में शेखावत ने अपील करते हुए कहा कि मैं अपना वादा पूरा करूंगा. मुझे समाज का सरंक्षण चाहिए. केंद्र में बिश्नोई समाज को आरक्षण नहीं मिलने से नाराज समाज के युवा पिछले कई दिनों से लगातार भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत का विरोध कर रहे हैं. अचार संहिता लगने के बाद पहली बार चुनाव प्रचार में पहली बार शेखावत यह खुलासा किया है कि ओबीसी आयोग में सिफारिश कर दी है.