भोपाल। विधानसभा चुनाव के बाद से हाशिए पर चल रहे शिवराज सिंह चौहान ने साबित कर दिया कि उन्हें आसानी से दरकिनार नहीं किया जा सकता. विदिशा से री एंट्री करने के साथ भोपाल और होशंगाबाद सीट के उम्मीदवार भी उन्हीं के हिस्से में जाते हैं. होशंगाबाद सीट से उम्मीदवार दर्शन सिंह चौधरी और भोपाल उत्तर सीट से आलोक शर्मा शिवराज समर्थक ही हैं और शिवराज इनका टिकट पक्का कराने में कामयाब रहे हैं. असल में बीते दिनों प्रबुध्दजन सम्मेलन में भोपाल आए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने जब शिवराज के लिए नारे लगे थे. और नारे सुनकर अमित शाह मुस्कुराए थे. शिवराज की ताकत का मुजाहिरा केन्द्रीय नेतृत्व के सामने उसी समय हो गया था.
शिवराज से किनारा आसान नहीं
एमपी में मिली भारी जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शिवराज पीछे छूट गए हों. लेकिन शिवराज ने बता दिया कि उनको अनदेखा करना भी इतना आसान नहीं है. अपनी मजबूत विदिशा सीट से शिवराज सिंह चौहान की उम्मीदवारी तो पक्की हुई ही है. वे अपने वोट पावर का उपयोग करते हुए भोपाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष, पूर्व महापौर, उत्तर भोपाल विधानसभा क्षेत्र के 2008 और 2023 के भाजपा के पराजित प्रत्याशी, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष आलोक शर्मा पर मुहर लगवाने में भी कामयाब रहे. इसी तरह होशंगाबाद सीट से दर्शन सिंह चौधरी का नाम भी शिवराज समर्थकों में गिना जाता है.
भोपाल में थी लंबी फेहरिस्त
भोपाल लोकसभा सीट बीजेपी की सबसे मजबूत सीटों में गिनी जाती है. इस सीट पर नरोत्तम मिश्रा से लेकर वीडी शर्मा, सुमित पचौरी का नाम प्रमुखता से चल रहा था. असल में भोपाल लोकसभा सीट उन सीटों में गिनी जाती है जहां से बीजेपी की जीत पक्की मानी जाती है. यहां तक इस सीट से बिना राजनीतिक अनुभव के पहला चुनाव लड़ी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भी चुनाव जीत गई थीं.