लखनऊ : 'इंडिया' गठबंधन के अंतर्गत समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच बढ़ी दूरियों और नाराजगी के बावजूद गठबंधन पक्का हो गया है. सीट शेयरिंग के फार्मूले पर सहमति बनने से पहले ही धड़ाधड़ उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने में जुटे अखिलेश यादव के इन कदमों से कांग्रेस नेतृत्व नाराज हो गया था. ऐसा लग रहा था कि यूपी में गठबंधन टूटने के कगार पर पहुंच गया है. लेकिन, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में विपक्षी एकता के बिखरने का संदेश देश स्तर पर ठीक नहीं जाता. सूत्रों का दावा है कि इसके बाद गांधी परिवार के दखल के बाद अखिलेश यादव को बैकफुट पर आना पड़ा. वहीं, वाराणसी जैसी प्रमुख सीट पर उम्मीदवार घोषित करने के बावजूद वाराणसी सहित 17 सीट कांग्रेस पार्टी को देने का ऐलान कर दिया. अब आगरा में 25 फरवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी और अखिलेश यादव नजर आएंगे.
सपा के सूची जारी करने से नाराज था कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्वः कांग्रेस और सपा के उच्च स्तरीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अखिलेश यादव के लगातार प्रत्याशी घोषित किए जाने से कांग्रेस नेतृत्व नाराज था और यह कयास लगाए जाने लगे थे कि सपा-कांग्रेस गठबंधन अब टूटने की कगार पर पहुंच रहा है. लेकिन, इन सब परिस्थितियों को देखते हुए गांधी परिवार ने दखल दिया और प्रियंका गांधी ने पूरा मोर्चा संभाला. सूत्रों का दावा है कि प्रियंका गांधी ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत की और राहुल गांधी की बात भी बाद में अखिलेश यादव से कराई गई. यही कारण है की कानपुर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा करने के बाद राहुल गांधी सीधे दिल्ली पहुंचे और फिर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ सीटों पर बातचीत हुई. इस बीच प्रियंका गांधी की कई सीटों पर अखिलेश से बातचीत हो चुकी थी.
उम्मीदवार उतारने के बाद वाराणसी सीट सपा ने छोड़ीः सूत्रों का दावा है कि वाराणसी सीट पर सपा ने उम्मीदवार भी घोषित कर दिया था. लेकिन, जब कई सीटों पर बातचीत आगे बढ़ी तो अखिलेश यादव वाराणसी सीट कांग्रेस को देने पर राजी हो गए. इसके अलावा 17 सीटों पर कांग्रेस को चुनाव लड़ने की बात कही गई. तमाम सियासी समीकरण और 'इंडिया' गठबंधन की एकजुटता की बात करते हुए गठबंधन पर मोहर लगाई गई. कांग्रेस और सपा नेताओं की तरफ से संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करके 'इंडिया' गठबंधन के अंतर्गत सपा कांग्रेस के बीच सेट शेयरिंग का ऐलान किया गया, जिसमें 17 सीट कांग्रेस पार्टी के लड़ने की बात कही गई और 63 सीट समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों को देने पर सहमति बनी. यह सूत्रों का दावा है. लेकिन, सियासत में इससे इतर भी कुछ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. यह महज एक पहलू ही है.
आगरा में राहुल और अखिलेश दिखेंगे साथः यूपी गठबंधन पक्का होने और सीट शेयरिंग फार्मूला तय हो जाने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे. सपा से मिली जानकारी के अनुसार, अखिलेश यादव 25 फरवरी को आगरा में राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे. इससे पहले मुरादाबाद में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी भी राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर इंडिया गठबंधन को मजबूत करने का काम करेंगी. उल्लेखनीय है कि पहले समाजवादी पार्टी ने अमेठी रायबरेली में राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने की बात कही थी. लेकिन बीच में इंडिया गठबंधन के अंतर्गत सीट शेयरिंग फार्मूले पर बातचीत नहीं होने से वह यात्रा में शामिल नहीं हुए. इसके साथ अखिलेश ने यह बयान भी दिया था कि जब तक सीट शेयरिंग पर बात नहीं होगी तब तक वह यात्रा में शामिल नहीं होंगे.