नवादाः लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है. कड़ी धूप के बावजूद लोग कतार में लगकर लोकतंत्र के इस महान् पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना चाहते हैं. नवादा लोकसभा सीट पर भी वोटिंग जारी है. इस सीट से आरजेडी प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा ने कदीरगंज उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बने बूथ पर अपना वोट डाला.
'कोई टक्कर नहीं है.': अपना वोट डालकर बूथ से बाहर निकले आरजेडी प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा ने भारी मतों से अपनी जीत का दावा किया. श्रवण कुशवाहा ने कहा कि "इस चुनाव में नवादा की जनता का जो प्यार मिल रहा है वो इसके लिए सभी लोगों का धन्यवाद करते हैं और सभी लोगों को चरण स्पर्श करते हैं." उन्होंने कहा कि लोगों के प्यार-समर्थन से वो भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे."
'कहां है त्रिकोणीय मुकाबला ?' नवादा में त्रिकोणीय मुकाबले की बात को श्रवण कुशवाहा ने सिरे से खारिज कर दिया. श्रवण कुशवाहा ने कहा कि "त्रिकोणीय की छोड़िये, यहां एकतरफा वोटिंग हो रही है. समाज की हर जाति, हर वर्ग, हर उम्र, महिला-पुरुष मतदाताओं का वोट आरजेडी को मिल रहा है और कहीं कोई मुकाबला नहीं है. वो अपनी जीत को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त हैं."
विवेक ठाकुर और विनोद यादव की चुनौतीः नवादा लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी ने विवेक ठाकुर को अपना कैंडिडेट बनाया है जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे विनोद कुमार यादव आरजेडी कैंडिडेट के लिए बड़ी मुश्किल साबित हो रहे हैं. इलाके में सियासी रसूख रखनेवाले और जेल में सजा काट रहे राजबल्लभ प्रसाद यादव के भाई विनोद यादव के मैदान में आने से यादव वोट से आरजेडी को हाथ धोना पड़ सकता है.
2009 से लगातार NDA की जीतः नवादा लोकसभा सीट के पिछले तीन चुनावी नतीजों पर भी नजर डालें तो इस सीट पर लगातार NDA का ही कब्जा रहा है. 2009 में बीजेपी के भोला प्रसाद सिंह ने इस सीट से जीत दर्ज की थी तो 2014 में बीजेपी के ही गिरिराज सिंह ने जीत का परचम लहराया था वहीं 2019 में एलजेपी के चंदन सिंह ने इस सीट से महागठबंधन की चुनौती ध्वस्त की थी.