नवादा : आरजेडी के बागी पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद के भाई विनोद यादव ने गुरुवार को समाहरणालय में नवादा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया. उनके साथ जिला परिषद अध्यक्षा पुष्पा देवी और उपाध्यक्षा निशा चौधरी भी समाहरणालय पहुंचीं. वहीं गेट के बाहर उनके साथ निर्दलीय एमएलसी अशोक यादव ,नवादा विधायक विभा देवी और रजौली विधायक प्रकाशवीर के साथ लोगों की अपार भीड़ देखने को मिली.
'इतिहास लिखेगा नवादा': इस मौके पर विनोद यादव ने कहा कि 'जनता मालिक के आदेश पर वो नवादा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहै हैं." विनोद यादव ने कहा कि "जनता मालिक है, उनके आदेश पर उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नामांकन करने आया हूं." उन्होंने कहा कि "नवादा में उनके सामने कोई चुनौती नहीं है और नवादा इस बार इतिहास लिखेगा."
'नवादा में राजबल्लभ ही राजद हैं': विनोद यादव के नामांकन के समय समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा. समर्थकों ने कहा कि "नवादावासियों के लिए राजबल्लभ प्रसाद ही लालू, राबड़ी और तेजस्वी हैं. इसलिए उनके अनुज को नवादा का सांसद बनाने का फैसला लिया गया है." इस मौके पर निर्दलीय एमएलसी अशोक यादव. रजौली विधायक प्रकाशवीर और नवादा विधायक विभा देवी ने भी विनोद यादव की जीत का दावा किया.
आरजेडी ने श्रवण कुशवाहा को बनाया है उम्मीदवारः बता दें कि आरजेडी ने नवादा लोकसभा सीट से श्रवण कुशवाहा को पार्टी का कैंडिडेट बनाया है. इससे पहले विनोद यादव को आरजेडी का टिकट मिलने की चर्चा थी, लेकिन आखिरकार आरजेडी ने श्रवण कुशवाहा पर भरोसा जताया और पार्टी का सिंबल दे दिया. श्रवण के टिकट मिलने के बाद से ही ये चर्चा जोरों पर थी कि विनोद यादव निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
राजबल्लभ यादव का नवादा में है दबदबाः बता दें कि नाबालिग से रेप के दोषी पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. राजबल्लभ यादव को लालू प्रसाद का काफी करीबी माना जाता है. नवादा में राजबल्लभ का काफी दबदबा है और फिलहाल उनकी पत्नी विभा देवी ही नवादा की विधायक हैं. नवादा में राजबल्लभ की लोकप्रियता को देखते हुए ही उनके भाई विनोद यादव के आरजेडी कैंडिडेड के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा थी.