जयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में होंगे. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को तो दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. पहले चरण नामांकन के साथ नाम वापसी का समय खत्म हो चुका है, वहीं दूसरे चरण के लिए आज शाम तक नाम वापसी हो सकती है. इसके बाद प्रदेश 25 लोकसभा सीटों पर ये तस्वीरे साफ होगी कि 25 लोकसभा सीटों पर कितने प्रत्याशी मैदान में है और किस लोकसभा सीट पर बागियों या अन्य दलों की वजह से कांग्रेस और भाजपा का गणित बिगड़ा हुआ है. हालांकि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन वापसी से ठीक एक दिन पहले रविवार को कांग्रेस ने डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट और बागीदौरा विधानसभा सीट भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के लिए छोड़ने का फैसला किया है. यानी प्रदेश की तीन सीटों पर कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनावी मैदान है.
आज होगी तस्वीर साफ : दरअसल पहले चरण में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. इन 12 लोकसभा सीटों पर नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद कुल 114 प्रत्याशी मैदान में है. जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 15 प्रत्याशी और सबसे कम करौली-धौलपुर लोकसभा क्षेत्र से 4 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. प्रथम चरण के चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा और मतगणना 4 जून को होगी. जबकि दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने समय समाप्ति तक कुल 216 प्रत्याशियों ने किए 304 नामांकन दाखिल किए हैं. अब आज नाम वापसी के बाद तस्वीर साफ होगी कितने प्रत्याशी मैदान में है. बता दें कि पहले चरण में 19 अप्रैल को श्रीगंगानगर - हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं ,सीकर , जयपुर ग्रामीण , जयपुर शहर, अलवर , भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीट पर चुनाव हैं, जबकि दूसरे में चरण में 13 लोकसभा सीट जिसमे टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां में 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.
नाम वपसी से पहले कांग्रेस ने छोड़ी सीट : इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन सीटों पर गठबंधन किया. जिसमे नागौर में RLP से तो सीकर में माकपा से और अब डूंगरपुर- बांसवाड़ा सीट पर भी बीएपी से गठबंधन हुआ है, हालांकि कांग्रेस ने जहां पहले डूंगरपुर- बांसवाडा लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी उतारा था, लेकिन अब बीएपी को इस लोकसभा सीट पर अपना समर्थन दे दिया है. अब माना जा रहा है कि आज सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी बागीदौरा विधानसभा उपचुनाव में भी अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी. इस सीट पर बीएपी को समर्थन देगी. ये सीट महेंद्रजीत सिंह मालवीया के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने और बागीदौरा विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हुई थी. मालवीया अब डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट से अब भाजपा के उम्मीदवार है. हालांकि भारतीय ट्राइबल पार्टी ने उदयपुर लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी उतारा हुआ है, बताया जा रहा है आज बीएपी इस सीट पर कांग्रेस के पक्ष में अपने प्रत्यशी नामांकन वापस लेंगे. बता दें कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने रविवार रात सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस आगामी चुनाव में भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन बांसवाडा संसदीय क्षेत्र और बागीदौरा विधानसभा के उपचुनाव में करेगी. भारत के संविधान और लोकतंत्र को बचाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है.
बाड़मेर -जैसलमेर में त्रिकोणीय मुकाबला : कांग्रेस ने भले गठबंधन के साथ ही सही, लेकिन जिस सीट पर भी उन्हें बीजेपी के अलावा अन्य पार्टी या प्रत्याशी से चुनौती मिल सकती थी, वहां पर गठबंधन के रास्ते जाकर मामले को सुलझा लिया है. लेकिन बीजेपी के लिए बाड़मेर जैसलमेर सीट चुनौती वाली बनी हुई है. इस सीट पर अभी तक कोई सुलह का रास्ता नजर नहीं आ रहा है. दरअसल बाड़मेर - जैसलमेर सीट से बीजेपी समर्थित निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी ने बतौर निर्दलीय लोकसभा चुनाव में ताल ठोक रखी है. आज नामांकन का आखिरी दिन है, लेकिन रविंद्र भाटी से भाजपा की कोई सुलह की संभावना नजर नहीं आ रही है. माना जा रहा है कि रविंद्र भाटी अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लेंगे. अगर ऐसा होता है तो बाड़मेर - जैसलमेर सीट प्रदेश की उन टॉप हॉट सीट में से एक होगी जहां पर एक निर्दलीय उम्मीदवार के खातिर मुकाबला त्रिकोणीय होगा. रविंद्र भाटी को मिल रहे जन समर्थन ने बीजेपी की चिंता बढ़ा रखी है.