कानपुर : शहर में भारतीय जनता पार्टी ने रमेश अवस्थी को लोकसभा का टिकट दिया जरूर है. लेकिन, तमाम भाजपाई ही ऐसे हैं जो पार्टी की ओर से चयनित प्रत्याशी को लेकर जरा सा भी खुश नहीं हैं. भाजपाइयों में शामिल पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक प्रकाश शर्मा ने बुधवार को नामांकन पत्र खरीदा था और गुरुवार को नामांकन कराने की बात कही थी.
हालांकि, गुरुवार दोपहर को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की और नामांकन न कराने का जहां फैसला किया, वहीं इस निर्णय पर भी अडिग रहने की बात कही, कि वह प्रत्याशी चयन के फैसले से नाखुश हैं. इस बाबत उन्होंने पीएम मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य दिग्गजों को पत्र भी भेजा है.
मेरे अग्रजों ने मना किया, तो बदल दिया फैसला : प्रकाश शर्मा से जब पत्रकारों ने सवाल किया, कि आखिर रातों रात ऐसा क्या हुआ जो आपने फैसला बदल दिया? इस सवाल के जवाब में भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने कहा, कि मेरे अग्रजों में शामिल चंपत राय, क्षेत्रीय प्रचारक अनिल समेत अन्य जिम्मेदार जनों ने मुझे नामांकन न कराने के लिए कहा, इसलिए मैंने अपना फैसला बदला. लेकिन, जो मेरे कार्यकर्ता कह रहे हैं कि लोकसभा की टिकट जिन्हें दिया गया, उनका कानपुर से कोई नाता ही नहीं है. इस बात को शीर्ष नेतृत्व को गंभीरता से समझना होगा.
आखिरी दिन उमड़ी प्रत्याशियों की भीड़ : पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा प्रकाश शर्मा ने बताया कि नामांकन के आखिरी दिन सेट दाखिल करने को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय में प्रत्याशियों की भीड़ उमड़ी. गुरुवार को भाजपा लोकसभा प्रत्याशी रमेश अवस्थी, अकबरपुर सीट से ईंडी गठबंधन के प्रत्याशी राजाराम पाल, निर्दलीय प्रत्याशी रमेश चंद्र अवस्थी, बसपा से अकबरपुर के प्रत्याशी राजेश द्विवेदी, निर्दलीय प्रत्याशी आलोक मिश्रा समेत कई अन्य प्रत्याशियों ने अपने नामांकन सेट दाखिल कराए.