जयपुर. भाजपा में अन्य दलों, सामाजिक संगठनों और प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की ज्वाइनिंग का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में आज पूर्व आईपीएस बीएल सोनी ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. बीजेपी ज्वाइनिंग के साथ बीएल सोनी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में भ्रष्टाचार कैंसर की तरह फैल रहा था. एसीबी डीजी रहते हुए 600 से ज्यादा भ्रष्टाचारी कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुमति मांगी, लेकिन गहलोत सरकार से नहीं मिली. युवाओं के साथ पेपर लीक के नाम से हुए अन्याय से आहत रहा, उस समय जो कुछ नाथी का बाड़ा और सांचोर की पाठशाला के नारे लगे वो सब सही थे, कांग्रस के एक बड़े नेता अपने परिवार को सभी सदस्यों को नौकरी लगा दी.
नाथी का बाड़ा, सांचोर की पाठशाला सब सही : बीएल सोनी ने कहा कि शुरू से युवाओं की समस्याओं से जुड़ा रहा हूँ, पिछली सरकार में युवाओं के साथ कुठाराघात हुआ उससे आहत होकर भाजपा की सदस्ता ली है. उन्होंने कहा कि एक कांग्रेस सरकार थी जिसने भर्ती की जिम्मेदारी थी वो ही संदिग्ध लोगों की दी हुई थी, एक भजन लाल सरकार है जिसने आते ही बड़े बड़े रसूखदारों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. सोनी ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में प्रभावशाली लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को नौकरी लगा दी. नाथी का बाड़ा, सांचोर की पाठशाला सब सही थे. उन्होंने कहा कि किसी पद के लालच में भाजपा में शामिल नहीं हो रहा हूं. प्रधानमंत्री के 24 से 20 घंटे काम करने और भ्रष्ट्राचारियों पर एक्शन की कार्यशैली से प्रभावित होकर भाजपा परिवार में शामिल हुआ हूं. यहां अपने 30 साल से अधिक के पुलिस प्रशासनिक अनुभव से युवाओं की आवाज उठाऊंगा , जो व्यवस्था है उसमें सुधार करूंगा.
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कांग्रेस में भ्रष्टाचार कैंसर की तरह : बीएल सोनी ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कैंसर की तरह भ्रष्टाचार फैलता जा रहा था. सीएम तक कोई आवाज नहीं पहुंच पाती थी, उच्चतम स्तर पर तब ही मुलाकात हो सकती थी. जब कोई मध्यस्था कर रहा हो, मध्यस्था करने वाले अपने आप को कैबिनेट ने ऊपर मानते थे. सोनी ने कहा कि एसीबी में रहते हुए कई एक्शन किए. देश में राजस्थान एसीबी पहले नंबर रही, लेकिन सरकार का दबाव रहता था प्रभावशालियों पर कार्रवाई नहीं करने दी जाती थी. उन्होंने कहा कि एसीबी का डीजी रहते हुए 600 से ज्यादा भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच शुरू करने के लिये अनुमति मांगी, लेकिन नहीं मिली. इतना ही नहीं जिन मामलों में एसीबी ने कार्रवाई कर दी, उन भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिए अभियान स्वीकृति नहीं दी जाती थी. ज्यादा कार्रवाई शुरू की तो सपोर्ट खत्म कर दिया इसके बाद सोनी ने कहा अभी इससे ज्यादा नहीं बता सकता ,लेकिन बहुत जानकारी है समय समय पर बताऊंगा.
अपनी सुरक्षा पहले : पद पर रहते हुए इन मामलों का खुलासा क्यों नहीं किया इस सवाल पर सोनी ने कहा कि हवाई जहाज में जाते वक्त, हमें क्या सिखाया जाता, दूसरे से पहले हम अपनी सुरक्षा करें. इसलिए जब पद पर थे तो कुछ जिम्मेदारियों के साथ नियम कानून होते हैं , कर्मचारी- अधिकारी उसी में बंधा हुआ रहता है. अब जब सेवानिवृत हो गया तो अपनी बात रखने के लिए स्वत्रतंत्र हूं, इसलिए आज ये सब जो मेरा अनुभव रहा वो बता रहा हूं. सोनी ने कहा कि आज देश का युवा पीएम मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री की तरफ देख रहा है, उनकी आँखों में एक उम्मीद जगी है, पिछले दिनों जिस तरह से पुलिस ने पेपर लीक को लेकर एक्शन किया उससे साफ है कोई भी दोषी नहीं बचेगा, चाहे वो कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो .