मुजफ्फरनगर: लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियां अब बहुत तेज हो गई है. मुजफ्फरनगर में 19 अप्रैल को मतदान होना है. इसी के चलते भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत का एक बयान सामने आया है. नरेश टिकैत का कहना है, कि उन्होंने और भारतीय किसान यूनियन ने 2014 के लोकसभा चुनाव में खुले तौर पर भारतीय जनता पार्टी का समर्थन किया गया था. लेकिन, सत्ता में आने के बाद पार्टी उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी.
नरेश टिकैत ने अफसोस जताते हुए कहा, कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने 2020 औ 2021 में दिल्ली की सीमाओं पर तेरह महीने तक चले विरोध प्रदर्शन के दौरान लगभग साढ़े सात सौ किसानों की शहादत को स्वीकार नहीं किया. इस पार्टी में तानाशाही की बू आती है.
भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा, कि भारतीय किसान यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा है. किसान संघों की इस एक संस्था ने अब निरस्त किए गए कृषि कानूनों को लेकर 2020 और 2021 में केंद्र के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था. भारतीय किसान संघ एक बड़ा संगठन है, जहां प्रत्येक सदस्य का किसी न किसी पार्टी के साथ कोई न कोई संबंध या जुड़ाव होता है. भाजपा सरकार तानाशाही करती है. कभी किसी सरकार को झुकना पड़ता है, कभी लोगों को झुकना पड़ता है. लेकिन, यह सिर्फ अपनी चलाते हैं. वहीं, 17 अप्रैल को सिसौली में एक महापंचायत होने वाली है. वहां चुनाव के संबंध में सामूहिक निर्णय लिया जा सकता है. जिसका जहां भी मन हो वोट दें, लेकिन, किसी भी पार्टी का झंडा नहीं पकड़ना चाहिए.