पटनाःकटिहार से टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने शनिवार को आरजेडी से इस्तीफा देकर जेडीयू का दामन थाम लिया. जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. जेडीयू का तीर थामते ही पूर्व राज्यसभा सांसद ने आरजेडी और लालू पर जमकर निशाना साधा.
'जितनी भागीदारी, उतनी हिस्सेदारी का क्या हुआ': अशफाक करीम ने कहा कि "बिहार में बड़े जोर-शोर से जातिगत जनगणना कराई और आरजेडी ने नारा दिया कि जितनी भागीदारी, उतनी हिस्सेदारी. फिर 18 फीसदीवाले मुसलमानों को आरजेडी ने सिर्फ 2 सीट क्यों थमा दी. इसको लेकर हमने लालू प्रसाद से बात भी की लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा. मजबूर होकर मैेने आरजेडी से इस्तीफा दे दिया."
'नीतीश कुमार ने रखा अकलियतों का खयाल': अशफाक करीम ने कहा कि "मुसलमानों का 90 फीसदी वोट आरजेडी को मिलता है उसके बदले आरजेडी ने सिर्फ 2 सीट दी है". उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ रहते भी लगातार अकलियत समाज को आगे बढ़ने का काम किया है और उसके लिए लगातार काम कर रहे हैं और यही कारण है कि आज मैंने जनता दल यूनाइटेड का दामन थामा है."
विजय चौधरी का आरजेडी पर वारः इस मौके पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद ने भागलपुर दंगे के आरोपियों को संरक्षण दिया जबकि नीतीश कुमार ने दंगे के दोषियों को सजा दिलवाई. नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों के लिए लगातार काम करते रहे हैं. अल्पसंख्यक समाज भी इस बात को जानता है और यही कारण है कि अशफाक करीम आज हमारे साथ आए हैं.
कटिहार से चुनाव लड़ना चाहते थे अशफाक करीमः कटिहार और सीमांचल के बड़े अल्पसंख्यक नेताओं में शुमार अशफाक करीम आरजेडी के टिकट पर 2018 में राज्यसभा सांसद चुने गये थे. अशफाक करीम कटिहार से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे और इसको लेकर उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी थी, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे के बाद ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी. कांग्रेस ने कटिहार से तारिक अनवर को अपना कैंडिडेट बनाया है.