उदयपुर. उदयपुर संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को लोग वोट देने के लिए बढ़ चढ़कर मतदान केन्द्र पर पहुंचे. इस बार उदयपुर जिला प्रशासन ने भी मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक लाने के लिए कुछ नवाचार किए हैं. इसी का नतीजा है कि दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी इलाके में वोटिंग प्रतिशत फिलहाल बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. आम लोग ही नहीं अधिकारी भी वोट डालने में पीछे नहीं रह रहे.
उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट भी अपने परिवार के साथ वोट डालने के लिए पहुंचे. इस दौरान पोलिंग बूथ पर उन सहित अन्य लोगों से बातचीत की गई. संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने बताया कि लोकतंत्र के इस महापर्व में देश को और सशक्त बनाने के लिए हर व्यक्ति को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और उदयपुर प्रशासन ने मतदाताओं के लिए अलग-अलग नवाचार किए हैं. इसमें महिलाओं के लिए विशेष पोलिंग बूथ के साथ सीनियर सिटीजन को भी अलग से वोट कास्ट करने की व्यवस्थाएं की गई है. मतदान करने पहुंची अनीता ने बताया कि इस बार कई मुद्दों को ध्यान में रखते हुए वह मतदान करने पहुंची है, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों को ध्यान में रखा गया है.
देखें: राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान, दोपहर 3 बजे तक 50.27 फीसदी पड़े वोट
पर्यटन विभाग की पहल: पर्यटन विभाग एवं होटल एसोसिएशन भी वोटिंग बढ़ाने में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं. होटल संस्थान दक्षिणी राजस्थान के कुछ सदस्यों ने अंगुली पर अमिट स्याही दिखाने वाले मतदातओं को 27 व 28 अप्रैल को होटल, रेस्टोरेन्ट, गेम जोन और स्पा आदि में 10 से 30 प्रतिशत तक छूट देने का ऐलान किया है. स्वीप के डिस्ट्रिक्ट आइकन कुलदीप सिंह राव ने बताया कि लोकतंत्र के प्रति अपना फर्ज निभाकर अमिट स्याही का निशान दिखाने वाले मतदाताओं को 26 अप्रेल को एपिक ग्रीन की ओर से फूड पर 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी.