अजमेर. जिले के निकट गगवाना गांव में लाडपुरा पुलिया के पास लोडिंग टेंपो चालक के साथ हुई लूट की वारदात का पुलिस ने राजफाश किया है. पुलिस ने चालक और उसकी महिला मित्र को गिरफ्तार किया है. दरअसल लोडिंग टेंपो चालक ने अपनी महिला मित्र के साथ मिलकर कर्जा उतारने की नियत से पुलिस को लूट की झूठी कहानी बताई थी. आरोपियों ने लोडिंग टेंपो का शीशा तोड़कर अपनी आंखों में मिर्च पाउडर डाला था ताकि पुलिस को लूट की कहानी सच्ची लगे.
अजमेर ग्रामीण एएसपी दीपक कुमार ने बताया कि अजमेर के निकट हाथी खेड़ा गांव निवासी चालक अर्जुन सिंह और उसकी महिला मित्र वैशाली नगर निवासी शारदा देवी को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि 1 मई को कंट्रोल रूम पर सूचना मिली थी कि हाथी खेड़ा निवासी अर्जुन सिंह रावत लोडिंग टेंपो से किशनगढ़ से माल बेचकर 9.72 लाख रुपए लेकर वापस लौट रहा था.
रावत ने पुलिस को बताया कि गगवाना के समीप लाडपुरा पुलिया पर अज्ञात बदमाशों ने लोडिंग टेंपो के आगे कार लगाकर लोडिंग टेंपो का शीशा तोड़कर आंखों में मिर्च पाउडर डालकर लूटपाट की और पैसे लेकर फरार हो गए. सूचना मिलने पर मौका मुआयना किया गया और चालक अर्जुन सिंह रावत से भी पूछताछ की गई. इस प्रकरण के अनुसंधान में तकनीकी सहायता ली गई. साथ ही 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले गए. टोल से गुजरी हुई सभी वाहन की जानकारी भी जुटाई गई.
कर्जा चुकाने के लिए रची लूट की झूठी साजिश: अर्जुन ने पूछताछ में बताया कि कुछ दिनों पहले ही उसकी बेटी की शादी हुई थी. इसके लिए कर्ज लिया था. उस पर पहले भी कर्जा था. कर्ज चुकाने के लिए उसने झूठ की कहानी पुलिस को बताई और झूठा मुकदमा गेगल थाने में दर्ज करवाया. अर्जुन और शारदा ने मिलकर लूट की झूठी साजिश रची थी. दोनों ने घुघरा गांव से मिर्ची का पैकेट खरीदा था. इसके बाद दोनों लोडिंग टेंपो से घटनास्थल पर आए. यहां पर शारदा को अर्जुन ने पैसे दे दिए.
ऐसे हुआ चालक पर पुलिस को शक: वारदात में इको वैन का होना बताकर आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी. वारदात के दिन पुलिस ने हाइवे पर जितनी भी ईको वैन गुजरी, उनके बारे में भी पड़ताल की. यह घटना झूठी साबित हुई. एसएसपी ग्रामीण दीपक कुमार ने बताया कि आरोपी अर्जुन किशनगढ़ से लोडिंग टेंपो लेकर अजमेर के लिए रवाना हुआ. इस मार्ग के सभी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी गई. उसमें लोडिंग टेंपो नजर आ रहा है, लेकिन उसका पीछा करते हुए कोई इको वैन नजर नहीं आई. तब पुलिस को अर्जुन पर ही शक हुआ. उन्होंने बताया कि लूट की झूठी साजिश रचने के लिए एक माह पहले अर्जुन ने नया फोन भी लिया था. आरोपी की मंशा थी कि लूट की झूठी वारदात की कहानी रचने के बाद वह उसके मोबाइल को खुर्दबुर्द कर देगा.
महिला मित्र से भी लिए थे 3 लाख रुपए उधार: एएसपी ग्रामीण दीपक कुमार ने बताया कि लोडिंग टेंपो चालक अर्जुन सिंह रावत ने अपनी महिला मित्र शारदा देवी से भी 3 लाख रुपए उधार ले रखे थे, जो वह चुका नहीं पा रहा था. उधार की रकम वापस पाने के लिए शारदा देवी भी उसके गुनाह में शामिल हो गई.
आरोपी अर्जुन कई वर्षों से लोडिंग टेंपो चल रहा है. रावत अपने मालिक का विश्वासपात्र था, लेकिन कर्जदार होने के बाद उसने कर्ज उतारने की नियत से लूट की झूठी वारदात की साजिश को महिला मित्र संग अंजाम दिया. एएसपी ग्रामीण ने बताया कि आरोपी अर्जुन ने अपने मालिक के साथ अमानत में खयानत का काम किया है. अर्जुन सिंह रावत और उसकी महिला मित्र शारदा देवी से लूट की पूरी राशि बरामद कर ली गई है.