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लॉ की छात्रा ने AMU के प्रोफेसर पर लगाए गंभीर आरोप, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा- वो तो नकल करते पकड़ी गई

ALIGARH AMU CONTROVERSY: विश्वविद्यालय से BALLB कर रही स्टूडेंट ने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत उसे लगातार 3 साल से फेल किया जा रहा. फिलहाल युवती धरने पर बैठी है और यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी है

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धरने पर बैठी थी BALLB की छात्रा (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 6, 2024, 10:30 PM IST

Updated : Nov 7, 2024, 1:11 PM IST

अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का विवादों से नाता पुराना रहा है. ताजा मामला एएमयू की BALLB प्रथम वर्ष की छात्रा अवंतिका गौर के लगाए आरोपों पर हंगामा मचा है. कानून विभाग की छात्रा अवंतिका गौर ने साजिश के तहत लगातार 3 साल फेल किए जाने का आरोप लगाया था. जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर कहा जा रहा है कि आरोप लगाने वाली छात्रा नकल करते पकड़ी गई थी. फिर भी उसकी ओर से लगाए गए आरोप गंभीर हैं, इसीलिए यूनिवर्सिटी ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है.

दरअसल, एएमयू की BALLB की छात्रा अवंतिका गौर का विभाग के ही प्रोफेसर एहतेशाम पर आरोप लगाया था कि उन्हें जानबूझकर लगातार 3 साल से फेल किया जा रहा है. जिससे परेशान होकर 4 नवंबर को छात्रा प्रशासनिक ब्लॉक पर धरने पर बैठी थी. छात्र ने यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और यूनिवर्सिटी पर आरोप लगाया था कि, उनको इसलिए फेल किया जा रहा है क्योंकि वह गैर मुस्लिम है. मौके पर पहुंचे प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली और डिप्टी प्रॉक्टर हशमत अली ने आरोपों को सिरे से नकार दिया था.

यूनिवर्सिटी कंट्रोलर मोजीबुल्लाह जुबेरी (Video Credit; ETV Bharat)

छात्रा के आरोपों पर यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर मोजीबुल्लाह जुबेरी ने कहा कि, अवंतिका ने 2021 में BALLB में प्रवेश किया था. 2021 के परीक्षा में वह फेल हो गई थी, जिसके बाद दोबारा परीक्षा में वह नकल करती पकड़ी गई थी. इसलिए 2021 में वह फेल हो गई थी. साल 2023 में तीसरी बार वह परीक्षा में बैठी तो वह तीन सब्जेक्ट में फेल हो गई थी. जिसमें उन्होंने पांच प्रश्नों में से तीन प्रश्न ही के जवाब लिखे थे.

कंट्रोलर ने बताया फिर भी तीन प्रोफेसर की एक कमेटी बना दी गई है जिसके अध्यक्ष इतिहास विभाग के प्रोफेसर मानवेन्द्र कुमार पुंढीर हैं. कमेटी के तीनों प्रोफेसर को ऐतिहासिक विभाग का इसलिए बनाया गया है क्योंकि जिस सब्जेक्ट में छात्र फेल हुई हैं वह हिस्ट्री का ही पेपर है. अब ये कमेटी दोबारा मामले की जांच करेगी और जो भी कमेटी की रिपोर्ट होगी उसके मुताबिक काम किया जाएगा.

छात्र की भी यही मांग थी कि उनके परीक्षा की कॉपी किसी और प्रोफेसर से चेक करवाई जाए. सवाल का जवाब में कंट्रोलर ने बताया की छात्रा ने कोई भी शिकायती पत्र कंट्रोलर कार्यालय में नहीं दिया. कंट्रोलर ने बताया जल्द ही कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. रिपोर्ट के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें:AMU छात्रा ने प्रोफेसर पर लगाया 3 साल से फेल करने का आरोप, विश्वविद्यालय ने क्या कहा जानिए

अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का विवादों से नाता पुराना रहा है. ताजा मामला एएमयू की BALLB प्रथम वर्ष की छात्रा अवंतिका गौर के लगाए आरोपों पर हंगामा मचा है. कानून विभाग की छात्रा अवंतिका गौर ने साजिश के तहत लगातार 3 साल फेल किए जाने का आरोप लगाया था. जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर कहा जा रहा है कि आरोप लगाने वाली छात्रा नकल करते पकड़ी गई थी. फिर भी उसकी ओर से लगाए गए आरोप गंभीर हैं, इसीलिए यूनिवर्सिटी ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है.

दरअसल, एएमयू की BALLB की छात्रा अवंतिका गौर का विभाग के ही प्रोफेसर एहतेशाम पर आरोप लगाया था कि उन्हें जानबूझकर लगातार 3 साल से फेल किया जा रहा है. जिससे परेशान होकर 4 नवंबर को छात्रा प्रशासनिक ब्लॉक पर धरने पर बैठी थी. छात्र ने यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और यूनिवर्सिटी पर आरोप लगाया था कि, उनको इसलिए फेल किया जा रहा है क्योंकि वह गैर मुस्लिम है. मौके पर पहुंचे प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली और डिप्टी प्रॉक्टर हशमत अली ने आरोपों को सिरे से नकार दिया था.

यूनिवर्सिटी कंट्रोलर मोजीबुल्लाह जुबेरी (Video Credit; ETV Bharat)

छात्रा के आरोपों पर यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर मोजीबुल्लाह जुबेरी ने कहा कि, अवंतिका ने 2021 में BALLB में प्रवेश किया था. 2021 के परीक्षा में वह फेल हो गई थी, जिसके बाद दोबारा परीक्षा में वह नकल करती पकड़ी गई थी. इसलिए 2021 में वह फेल हो गई थी. साल 2023 में तीसरी बार वह परीक्षा में बैठी तो वह तीन सब्जेक्ट में फेल हो गई थी. जिसमें उन्होंने पांच प्रश्नों में से तीन प्रश्न ही के जवाब लिखे थे.

कंट्रोलर ने बताया फिर भी तीन प्रोफेसर की एक कमेटी बना दी गई है जिसके अध्यक्ष इतिहास विभाग के प्रोफेसर मानवेन्द्र कुमार पुंढीर हैं. कमेटी के तीनों प्रोफेसर को ऐतिहासिक विभाग का इसलिए बनाया गया है क्योंकि जिस सब्जेक्ट में छात्र फेल हुई हैं वह हिस्ट्री का ही पेपर है. अब ये कमेटी दोबारा मामले की जांच करेगी और जो भी कमेटी की रिपोर्ट होगी उसके मुताबिक काम किया जाएगा.

छात्र की भी यही मांग थी कि उनके परीक्षा की कॉपी किसी और प्रोफेसर से चेक करवाई जाए. सवाल का जवाब में कंट्रोलर ने बताया की छात्रा ने कोई भी शिकायती पत्र कंट्रोलर कार्यालय में नहीं दिया. कंट्रोलर ने बताया जल्द ही कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. रिपोर्ट के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें:AMU छात्रा ने प्रोफेसर पर लगाया 3 साल से फेल करने का आरोप, विश्वविद्यालय ने क्या कहा जानिए

Last Updated : Nov 7, 2024, 1:11 PM IST
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