भोजपुर: बिहार के आरा में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सीआरपीएफ के डीआईजी रैंक के बोर्ड लगे लग्जरी गाड़ी से भारी मात्रा में शराब की खेप को बरामद की है. इस दौरान पुलिस ने शराब की तस्करी करते एक सीआरपीएफ जवान सहित दो लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है.
डीआईजी रैंक की गाड़ी से शराब की तस्करी: पुलिस को यह सफलता कोईलवर थाना क्षेत्र के कुल्हाड़ियां गांव स्थित टोल प्लाजा के पास से मिली है.पुलिस ने पकड़े गए CRPF के डीआईजी रैंक की सिंबल लगे गाड़ी की जब तलाशी ली,तो उसमें छुपाकर रखे गए 628 बोतल विदेशी शराब के साथ सीआरपीएफ कमांडो की 2 वर्दी,परिचय पत्र, सीआरपीएफ की ब्लू रंग की दो टोपी,एक एटीएम कार्ड और 8 हजार 420 रुपया नकद बरामद किया है.
शराब की बड़ी खेप बरामद: इसका खुलासा सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने किया. इधर शराब तस्करी के मामले में जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि डीआईजी रैंक के एक अधिकारी का बोर्ड लगे लग्जरी कार में छुपाकर शराब की बड़ी खेप को लायी जा रही है.
"कोइलवर थाना के अपर थानाध्यक्ष सुभाष मंडल के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर उक्त गाड़ी को चिह्नित कर तलाशी लेने और इस तस्करी में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया.जिसके बाद गठित टीम ने त्वरित करवाई करते हुए आरा-पटना मुख्यमार्ग पर कुल्हाड़ियां गांव स्थित टोल प्लाजा के पास नाका लगाकर वाहन चेकिंग शुरू कर दिया."-रंजीत कुमार सिंह,सदर एसडीपीओ-2
सीआरपीएफ जवान सहित दो गिरफ्तार: रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि सीआरपीएफ के डीआईजी रैंक की बोर्ड लगी लग्जरी कार जैसे ही टोल के पास पहुंची पुलिस ने कार को रुकवाकर छानबीन किया. जबकि इस दौरान पुलिस ने तस्करी में शामिल सीआरपीएफ जवान सेखु कुमार जो दिल्ली में 122 बटालियन में पोस्टेड है और उसके साथ गाड़ी का चालक जो पटना के मसौढ़ी थाना के तीसखोरा गांव निवासी सतीश कुमार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सीआरपीएफ के डीआईजी रैंक के सिंबल लगे लक्जरी कार,दो मोबाइल फोन, सीआरपीएफ के दो कमांडो की यूनिफार्म,सीआरपीएफ का परिचय पत्र,एक एटीएम कार्ड और आठ हजार चार सौ बीस रुपया बरामद किया गया है.
बनारस से लाया जा रहा था पटना: पुलिस ने जब दोनों गिरफ्तार शराब तस्करों से पूछताछ की तो उन्होंने अपना स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि वह दुर्गा पूजा में बेचने के लिए शराब की खेप को यूपी के बनारस से खरीद कर पटना ला रहे थे.फिलहाल पुलिस पकड़े गए दोनों तस्करों पर मद्य निषेध अधिनियम और कार पर वरीय अधिकारी के स्टिकर, स्टार लगा कर चलने के मामले में अलग अलग कांड में एफआईआर दर्ज कर पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
बिहार में 2016 से शराबबंदी: बता दें कि प्रदेश में 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. 8 सालों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून में कई संशोधन किए. इससे कानून काफी लचीला हो गया है. हाल में बड़ा फैसला लिया गया है, जिसमें शराब वाले जब्त गाड़ियों को 10% बीमा की राशि चुकाने पर छोड़ दिया जाएगा.
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