कुचामनसिटी. कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर डीडवाना कुचामन जिले में सामाजिक संस्था लायंस क्लब कुचामन फोर्ट ने एक पेड़ शहीदों के नाम अभियान का आगाज किया. इसके साथ ही कारगिल युद्ध में शहीद हुए लांस नायक शहीद कान सिंह डूकिया की वीरांगना बिमला देवी, पुत्र श्रवण सिंह डूकिया का भी क्लब ने सम्मान किया.
25 साल पहले कारगिल युद्ध में सेना ने करीब 600 जवानों की शहादत के बाद वहां से घुसपैठियों को खदेड़ दिया था. कारगिल युद्ध में नागौर जिले से भी 7 जवानों ने अपनी शहादत दी थी. इनमें से एक शहीद कान सिंह डूकिया भी थे, जिन्हें मरणोपरांत सेना मेडल से नवाजा गया था. कारगिल विजय को 25 साल पूरे होने पर लायंस क्लब कुचामन फोर्ट ने कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर शहीद कानसिंह के निवास पर जाकर शहीद की पत्नी विमला देवी व पुत्र श्रवण सिंह डूकिया का सम्मान किया और शहीद डूकिया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर करगिल युद्ध में शहीद होने वाले सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई एक पेड़ शहीदों के नाम अभियान का आगाज किया गया.
इस मौके पर क्लब के संस्थापक अध्यक्ष राम काबरा ने कहा कि अभियान के जरिए न सिर्फ लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाएगा बल्कि उन्हें क्षेत्र, प्रदेश और देश के सैनिकों की शहादत से जुड़ी कहानियां भी बताई जाएंगी. वीरांगना विमलादेवी ने कहा कि देश के लिए जीते तो सभी है, लेकिन एक सैनिक का जीवन अनेक दुश्वारियों से गुजर के भी राष्ट्र के प्रति समर्पित रहता है. उन्हें गर्व है कि उनके पति देश की सेवा करते हुए कुर्बान हो गए. देश ने भी उनकी शहादत को याद रखा है.
ये रहे मौजूद: इस अवसर पर क्लब के संस्थापक अध्यक्ष राम काबरा, संरक्षक पवन जैन, कोषाध्यक्ष शरद भोमराजका, लियो क्लब सचिव कुणाल शर्मा, उपाध्यक्ष अविनाश जैन, तरुण सोनी मौजूद रहे.