रांचीः राज्य में पिछले 24 घंटों से कमजोर पड़ा मानसून फिर सक्रिय हो गया है. उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव अब डिप्रेशन में तब्दील हो गया है. इसका असर झारखंड पर दिखने लगा है. सुबह से ही राज्य के ज्यादातर इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है. रांची मौसम केंद्र ने मेघ गर्जन और वज्रपात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम केंद्र रांची के मुताबिक 13 सितंबर तक राज्य के कई इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है. पिछले 24 घंटे में चतरा के प्रतापपुर में सबसे अधिक बारिश 35.02 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई है. इस दौरान सबसे ज्यादा तापमान गोड्डा में 37.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है. आज अगले कुछ घंटों में बोकारो, चतरा, देवघर धनबाद, गिरिडीह, गुमला, लातेहार, लोहरदगा और पलामू में वज्रपात के साथ बारिश की प्रबल संभावना है. इसके अलावा साहिबगंज गोड्डा और दुमका में भी वज्रपात की संभावना को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है.
सामान्य से कम बारिश वाले जिले
दो वर्ष के बाद इस साल झारखंड पर मानसून की मेहरबानी दिख रही है. इसके बावजूद 10 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई है. सबसे ज्यादा खराब स्थिति पाकुड़ जिले की है. पाकुड़ में सामान्य से 55% कम बारिश हुई है. इसके अलावा लोहरदगा में 38%, देवघर में 37% और चतरा में 36% कम बारिश हुई है. राहत की बात है कि गोड्डा, जामताड़ा, हजारीबाग, गुमला, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम सामान्य वर्षापात के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गए हैं.
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