नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के साथ मुख्यमंत्री आवास पर हुई बदसलूकी और हाथापाई की घटना पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने प्रतिक्रिया दी. मंगलवार को उन्होंने स्वाति मालीवाल के मामले पर कहा कि पिछले कुछ समय से वह मीडिया में स्वाति को लेकर चल रही खबरों से बहुत व्यथित थे. स्वाति मालीवाल ने अत्यंत पीड़ा के साथ उनसे बात की और अपने दर्दनाक अनुभव को बयां किया.
LG ने बताया कि स्वाति को अपने ही लोगों द्वारा धमकाया जा रहा है. स्वाति ने सबूत के साथ छेड़छाड़ पर भी चिंता जताई है. उपराज्यपाल ने आगे कहा है कि वह पहले हमारे कार्यालय के प्रति अनुचित रूप से आलोचना करती रही है. फिर भी किसी भी तरह की शारीरिक हिंसा और अत्याचार अस्वीकार्य है. यह बात सबसे ज्यादा परेशान करने वाली है कि कथित घटनास्थल मुख्यमंत्री का ड्राइंग रूम है. वह उस समय अपने घर में भी थे. मुख्यमंत्री के निकटतम सहयोगी द्वारा एक अकेली महिला पर हमला वह भी राज्यसभा सदस्य है, चिंताजनक है.
LG ने कहा कि इसके साथ ही राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने घटना के बाद मीडिया के सामने इस बात की भी पुष्टि की थी स्वाति के साथ बुरा हुआ है और उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री इस पर कड़ा रुख अपनाएंगे. इसके बाद मामले ने पूरी तरह से यू टर्न ले लिया. यह अकल्पनीय और हैरान करने वाला है.
आगे उपराज्यपाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि कम से कम मर्यादा की खातिर मुख्यमंत्री आगे आएंगे और टालमटोल करने करने की बजाय महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कड़ा फैसला लेंगे. दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है और दुनियाभर के देशों के राजनायक रहते हैं. ऐसी शर्मानाक घटनाएं असंवेदनशील है. यह षड्यंत्र महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार की छवि को कलंकित करती है.
LG के बयान पर AAP का पलटवारः LG के बयान पर AAP ने पलटवार किया है. पार्टी ने बयान जारी कर कहा, "LG की चिट्ठी से साबित हुआ स्वाति मालीवाल भाजपा के लिए काम कर रहीं हैं. चुनाव में भाजपा रोज नई साजिश लेकर आ रही है. कभी शराब घोटाला, कभी स्वाति मालीवाल, कभी विदेशी फंडिंग के झूठे आरोप. भाजपा चुनाव तक रोज नए हथकंडे अपनाएगी. BJP बुरी तरह से हार रही है. अब मोदी जी की डूबती नैया को स्वाति मालीवाल का सहारा है. स्वाति मालीवाल के ज़रिये वो अपना चुनाव उठाना चाह रहे हैं."
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आगे उपराज्यपाल ने अपने स्टेटमेंट में लिखा है कि क्या किसी अन्य मुख्यमंत्री के कार्यकाल में ऐसी घटना घटी होती तो भारत में महिला सुरक्षा को लेकर वह स्वयं ही आलोचना करते. इस मामले में मुख्यमंत्री द्वारा किसी भी आक्रोश का अभाव कई सवाल जन्म देता है. अंत में उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है. वह आश्वासन देते हैं कि इस मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.