नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने वरिष्ठ नागरिकों के सुरक्षा और भलाई के लिए एक अहम कदम उठाया. दरअसल, मंगलवार को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से आए वरिष्ठ नागरिकों के साथ संवाद कार्याक्रम का आयोजन किया गया. इस संवाद कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल व दिल्ली पुलिस आयुक्त ने सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम पूसा में वरिष्ठ नागरिकों से मिले और उनसे विचारों का आदान-प्रदान किया. इस दौरान कार्यक्रम में बुजुर्गों ने सुरक्षा व अन्य समस्याओं को लेकर पुलिस अधिकारियों के समक्ष अपनी बातें रखी.
वरिष्ठ नागरिकों ने इस दौरान अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर बात की और समाज में उनके योगदान को महत्व देने की आवश्यकता पर बल दिया. दरअसल, वरिष्ठ नागरिकों को ज्ञान और अनुभव का खजाना माना जाता है. यह संवाद उनका सम्मान और समाज में उनके स्थान को सुनिश्चित करने का एक प्रयास था. दिल्ली पुलिस ने इस कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत वरिष्ठ नागरिकों को आई-कार्ड वितरित किए. यह कार्ड उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदान किए गए हैं, जिससे उनकी पहचान और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने उन विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित भी किया.
कार्यक्रम में उपस्थित उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली पुलिस की संवेदनशीलता और सुरक्षा के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना की. विशेष रूप से "कुटुम्ब" ऐप की सराहना की, जिसे वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह ऐप उनके लिए एक महत्वपूर्ण टूल साबित हो सकता है, जिससे वे किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में मदद प्राप्त कर सकते हैं.
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नागरिकों ने कुछ अन्य चिंताओं को भी साझा किया. सबसे प्रमुख चिंता उनके लिए सस्ती और पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को लेकर थी. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना का सही तरीके से कार्यान्वयन न होने के कारण कई वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना से मिलने वाले लाभ से वंचित रहना पड़ता है. यह चिंता कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से सामने आई.
अब तक 72000 से अधिक लोगों से किया जा चुका है संवादः कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया और वरिष्ठ नागरिकों की भलाई के लिए कदम उठाने का भरोसा दिलाया. कार्यक्रम में एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु यह था कि दिल्ली पुलिस ने आगामी सत्रों के लिए वरिष्ठ नागरिकों को राज निवास में आमंत्रित किया. पिछले डेढ़ साल में इस संवाद कार्यक्रम ने 72,000 से अधिक लोगों से संपर्क किया, जो इस पहल की सफलता और लोगों की भागीदारी की महत्वता को दिखाता है. वरिष्ठ नागरिकों ने इस पहल को समाज में एक बेहतर बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया.
ये भी पढ़ें: