रायपुर: साल 2023 में छत्तीसगढ़ की सत्ता से जाने के बाद कांग्रेस के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर ईओडब्ल्यू की एफआईआर के बाद अब कांग्रेस पार्टी के ही पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया ने अपनी ही पार्टी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और बड़े नेताओं के खिलाफ जमकर आरोप लगाए हैं. मामले की जानकारी होने पर दीपक बैज ने कहा कि जो भी शिकवा शिकायत या आरोप है उसे पार्टी फोरम पर रखें.
सिसोदिया का लेटर बम: पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया ने इसका खुलासा करते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है. सिसोदिया ने कहा कि एड के नाम पर धन के खर्चे को लेकर कांग्रेस आलाकमान को चिट्ठी लिखी गई है.
पत्र में क्या लिखा है- पत्र में पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल पर कांग्रेस के कोष से 5 करोड़ 89 लाख गबन का आरोप लगाया है. पत्र में ये लिखा गया कि कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मीडिय लैब गाजियाबाद की कंपनी को 5 करोड़ 89 लाख रुपये भुगतान करने का आरोप लगाया. साथ ही ये भी लिखा है कि इसके लिए तत्कालीन पीसीसी चीफ मोहन मरकाम व प्रभारी महामंत्री की अनुमति भी नहीं ली गई, और ना ही कोई जानकारी दी गई.
जो लोग कांग्रेस की हार के जिम्मेदार है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा है. उनकी निराशा को आशा में बदलने के लिए ये पत्र लिखा है. हार के जिम्मेदार लोगों को सक्रिए राजनीति से बाहर करने की मांग की है. -अरुण सिसोदिया, पूर्व महामंत्री, कांग्रेस
संगठन को आर्थिक सहायता नहीं देने का भी आरोप: पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने पत्र में रामगोपाल अग्रवाल को पार्टी से बाहर करने की मांग की है. लेटर में ये भी लिखा है कि संगठन को किसी भी तरह की आर्थिक सहायता नहीं दी जाती थी. 5 से 10 हजार रुपये के लिए भी तत्कालीन छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा से भी कई बार इसके लिए मांग की गई लेकिन किसी तरह की मदद संगठन को नहीं मिली. जिससे कार्यकर्ताओं में काफी निराशा थी, और यहीं निराशा हार का कारण बनी.