आजमगढ़: जिले में तेंदुए ने आतंक मचाया हुआ है. इस बार एक फॉर्महाउस में घुसकर तेंदुए ने 11 बकरियों को मार दिया. इसमें से तीन बकरियों को तेंदुए ने अपना निवाला बना लिया. फॉर्महाउस में बकरियों की सुरक्षा के लिए जाली लगाई गई थी, लेकिन तेंदुए ने इसे तोड़ दिया था. बता दें कि तीन माह पूर्व भी एक तेंदुए ने दहशत फैला दी थी. बाद में काफी मशक्कत के बाद उसे पकड़ा गया था. इस मामले में वन विभाग का कहना है कि अभी यह कहना मुश्किल है कि किस जानवर ने हमला किया है.
ताजा घटना निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरहाबाद की है. सुबह गांव के लोगों ने देखा कि फार्महाउस में 8 बकरियां मरी पड़ी हैं. इसके बाद फॉर्महाउस के मालिक शाहिद को इसकी सूचना दी. शाहिद जब पहुंचा तो देखा कि फर्महाउस फर्महाउस की जाली टूटी हुई थी. शाहिद ने बताया कि पास ही टूटकर गिरे तेंदुए के बाल पाए गए. मृत बकरियों के पास तेंदुए के पैरों के निशान भी मौजूद थे. देखा गया कि फॉर्महाउस के अंदर 8 बकरियां मरी पड़ी हैं. बाकी तीन को तेंदुआ खा गया था. बकरियों की गर्दन पर तेंदुए के नाखुन और दांत के निशान पाए गए हैं.
वहीं इस मामले की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. इस पूरी घटना से फरहाबाद गांव में हड़कंप मचा हुआ है. जिले में तेंदुए के आतंक का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी तीन माह पूर्व एक तेंदुए ने जिला प्रशासन और वन विभाग को 10 दिन तक छकाया था. इसके बाद वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद तेंदुए को काबू में किया था.
फॉर्महाउस के मालिक शाहिद ने बताया कि बकरियों की सुरक्षा के लिए जाली लगाई गई थी, जिसे तोड़कर तेंदुआ फॉर्महाउस के अंदर आया और बकरियों की जान ले ली. शाहिद का दावा है कि बकरियों की कीमत 2 लाख रुपये के आसपास थी. वहीं इस पूरे मामले पर डीएफओ गंगादत्त मिश्रा का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है. जांच के लिए दो टीमें बनाकर मौके पर भेजी दी गई हैं. पूरी घटना के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. अभी यह कहना मुश्किल है कि किस जानवर ने हमला किया है. फिलहाल बकरियों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.