भरतपुर: दुनिया भर में पक्षियों के लिए प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बीते करीब 9 माह से वन्यजीव तेंदुआ स्थाई रूप से डेरा जमाए हुए है. बीते कई दिन से लगातार उद्यान में तेंदुए का मूवमेंट देखा जा रहा है. ऐसे में उद्यान प्रशासन ने मॉर्निंग वॉक के लिए आने वाले लोगों को चेतावनी जारी की है कि वो घना के अंदर घूमने ना आएं.
डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि घना में नवंबर 2023 से लगातार तेंदुआ रुका हुआ है. पहले तेंदुआ कभी-कभी आता था, लेकिन अब बीते करीब 9 माह से ये यहीं पर स्थाई रूप से डेरा डाले हुए है. बीते कई दिन से लगातार तेंदुए का मूवमेंट घना के सौतन मंदिर और फॉरेस्ट लॉज के आसपास देखा जा रहा है.
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डीएफओ मानस सिंह ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि जब तक तेंदुए का मूवमेंट देखा जा रहा है, तब तक घना में मॉर्निंग वॉक करने वाले ना आएं. पर्यटकों के लिए भी चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं. घना के स्टाफ को भी सचेत रहने के लिए बोला गया है. ट्रैप कैमरों से तेंदुए के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. डीएफओ ने बताया कि इतने लंबे समय तक पहले कभी भी तेंदुआ घना में नहीं रुका. ये हमारे लिए अच्छे संकेत हैं. घना में तेंदुआ के लिए अच्छा प्राकृतिक आवास होने की वजह से ये लंबे समय से यहां पर रुका हुआ है.
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गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में मानसून सीजन के अलावा अन्य पक्षियों ने भी नेस्टिंग शुरू कर दी है. जिसकी वजह से एनसीआर क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों के पर्यटक भी घना पहुंचने लगे हैं. धीरे-धीरे यहां पक्षियों की संख्या के साथ ही पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी. ऐसे में घना प्रशासन को तेंदुआ को लेकर ज्यादा सावधानी बरतनी होगी.