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ढालपुर अस्पताल में पहली बार लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर पथरी का सफल लेप्रोस्कोपी ऑपरेशन

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 23, 2024, 7:40 AM IST

Left Side Gallbladder Stone Operation by Laparoscopy Surgery: कुल्लू के रीजनल अस्पताल में पहली बार लेप्रोस्कोपी विधि से गॉलब्लैडर पथरी का सफल ऑपरेशन किया गया है. पांगी की रहने वाली एक महिला के लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी की समस्या थी, जिसका डॉक्टर आशीष धीमान ने लेप्रोस्कोपी विधि से सफल ऑपरेशन किया है.

Left Side Gallbladder Stone Operation by Laparoscopy Surgery
लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर पथरी का सफल लेप्रोस्कोपी ऑपरेशन

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के रीजनल अस्पताल में पहली बार लेप्रोस्कोपी विधि से गॉलब्लैडर पथरी का सफल ऑपरेशन हुआ है. रीजनल अस्पताल कुल्लू में तैनात सर्जन डॉक्टर आशीष धीमान ने पहली बार लेप्रोस्कोपी विधि से लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी का सफल ऑपरेशन किया है. जनजातीय क्षेत्र पांगी किलाड़ की रहने वाली 33 वर्षीय पूनम का गॉलब्लैडर पथरी का ऑपरेशन किया गया है.

पूनम को बीते दिनों सीने में लेफ्ट साइड दर्द हुआ. जिसके बाद परिजनों ने पूनम को किलाड़ अस्पताल में डॉक्टर को चेक करवाया. जहां से डॉक्टर द्वारा पूनम को रीजनल अस्पताल कुल्लू के लिए रेफर किया गया. तीन दिन पहले कुल्लू पहुंची पूनम को इमरजेंसी में डॉक्टर आशीष धीमान ने जब चेक किया तो पूनम को लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी की शिकायत पाई गई. जिसके बाद पथरी का दर्द होने पर डॉक्टर ने इमरजेंसी में पूनम का लेप्रोस्कोपी विधि से सफल ऑपरेशन किया. इसके बाद पूनम को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

लाखों में एक ऐसा केस

डॉक्टर आशीष धीमान ने बताया कि लाखों लोगों में से किसी एक व्यक्ति का गॉलब्लैडर लेफ्ट साइड होता है. जिससे इस तरह की सर्जरी में कई तरह के कॉम्प्लिकेशंस होने की संभावना होती है. डॉक्टर आशीष धीमान ने लेप्रोस्कोपी विधि से पहली बार लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी का सफल ऑपरेशन किया है.

"जनजातीय क्षेत्र पांगी से 33 वर्षीय पूनम लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी के इलाज के लिए कुल्लू के ढालपुर अस्पताल में आई थी. आमतौर पर लोगों का गॉलब्लैडर राइट साइड होता है, लेकिन लाखों में से कोई एक व्यक्ति होता है, जिसका गॉलब्लैडर लेफ्ट साइड होता है. पूनम को भी गॉलब्लैडर लेफ्ट साइड के लीवर के साथ चिपका होने से उसकी सर्जरी करना मुश्किल था. दूरबीन विधि से पूनम के लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी का सफल ऑपरेशन किया है. इससे पहले भी लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर का ऑपरेशन कट लगाकर किया है, लेकिन लेप्रोस्कोपी विधि से पहली बार लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर की पथरी सफल ऑपरेशन किया है. अब मरीज पूनम को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी है." - डॉक्टर आशीष धीमान, रीजनल अस्पताल कुल्लू

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ये भी पढ़ें: हिमाचल में बढ़ रहे पथरी के मरीज! महिलाओं में स्टोन का खतरा ज्यादा, जानें लक्षण और बचाव

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के रीजनल अस्पताल में पहली बार लेप्रोस्कोपी विधि से गॉलब्लैडर पथरी का सफल ऑपरेशन हुआ है. रीजनल अस्पताल कुल्लू में तैनात सर्जन डॉक्टर आशीष धीमान ने पहली बार लेप्रोस्कोपी विधि से लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी का सफल ऑपरेशन किया है. जनजातीय क्षेत्र पांगी किलाड़ की रहने वाली 33 वर्षीय पूनम का गॉलब्लैडर पथरी का ऑपरेशन किया गया है.

पूनम को बीते दिनों सीने में लेफ्ट साइड दर्द हुआ. जिसके बाद परिजनों ने पूनम को किलाड़ अस्पताल में डॉक्टर को चेक करवाया. जहां से डॉक्टर द्वारा पूनम को रीजनल अस्पताल कुल्लू के लिए रेफर किया गया. तीन दिन पहले कुल्लू पहुंची पूनम को इमरजेंसी में डॉक्टर आशीष धीमान ने जब चेक किया तो पूनम को लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी की शिकायत पाई गई. जिसके बाद पथरी का दर्द होने पर डॉक्टर ने इमरजेंसी में पूनम का लेप्रोस्कोपी विधि से सफल ऑपरेशन किया. इसके बाद पूनम को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

लाखों में एक ऐसा केस

डॉक्टर आशीष धीमान ने बताया कि लाखों लोगों में से किसी एक व्यक्ति का गॉलब्लैडर लेफ्ट साइड होता है. जिससे इस तरह की सर्जरी में कई तरह के कॉम्प्लिकेशंस होने की संभावना होती है. डॉक्टर आशीष धीमान ने लेप्रोस्कोपी विधि से पहली बार लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी का सफल ऑपरेशन किया है.

"जनजातीय क्षेत्र पांगी से 33 वर्षीय पूनम लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी के इलाज के लिए कुल्लू के ढालपुर अस्पताल में आई थी. आमतौर पर लोगों का गॉलब्लैडर राइट साइड होता है, लेकिन लाखों में से कोई एक व्यक्ति होता है, जिसका गॉलब्लैडर लेफ्ट साइड होता है. पूनम को भी गॉलब्लैडर लेफ्ट साइड के लीवर के साथ चिपका होने से उसकी सर्जरी करना मुश्किल था. दूरबीन विधि से पूनम के लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर में पथरी का सफल ऑपरेशन किया है. इससे पहले भी लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर का ऑपरेशन कट लगाकर किया है, लेकिन लेप्रोस्कोपी विधि से पहली बार लेफ्ट साइड गॉलब्लैडर की पथरी सफल ऑपरेशन किया है. अब मरीज पूनम को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी है." - डॉक्टर आशीष धीमान, रीजनल अस्पताल कुल्लू

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