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वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक, 15 दिन बाद ऑपरेशन से निकाली; डॉक्टर बोले- दिमाग में घुस जाती तो बचना था मुश्किल - leech in nose

गर्मी से निजात पाने के लिए उत्तराखंड गया प्रयागराज का युवक एक अजीब मुसीबत में पड़ गया. सैर-सपाटे के दौरान जब उसने एक वाटरफॉल में डुबकी लगाई तो जोंक नाक में घुस गई. उस वक्त तो युवक को पता नहीं चला कि वह किस आफत में फंस गया है.

वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक
वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक (photo credit etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 25, 2024, 6:29 PM IST

Updated : Jun 25, 2024, 6:37 PM IST

वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक. (video credit etv bharat)

प्रयागराज : गर्मी से निजात पाने के लिए उत्तराखंड गया युवक एक अजीब मुसीबत में पड़ गया. सैर-सपाटे के दौरान जब उसने एक वाटरफॉल में डुबकी लगाई तो जोंक नाक में घुस गई. उस वक्त तो युवक को पता नहीं चला कि वह किस आफत में फंस गया है. लौटने पर जब उसकी नाक से खून निकलने लगा तो वह डॉक्टर के पास पहुंचा. यहां जांच के बाद डॉक्टर भी तब हैरान रह गए जब पता चला कि युवक की नाम में जोंक चिपकी बैठी है. फिर एक जटिल ऑपरेशन कर युवक की नाक से जोंक को निकाला गया. ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा के मुताबिक इस तरह के मामले मेडिकल इतिहास में गिनती के ही सामने आए हैं.

उत्तराखंड के वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक

प्रयागराज के रहने वाले सेसिल एंड्यूज गोम्स उत्तराखंड में गर्मी की छुट्टियां मनाने करीब 15 दिन पहले गए थे. यहां उन्होंने वाटर फॉल में स्नान भी किया. बताते हैं कि इसी दौरान एक जोंक गोम्स की नाक में घुस गई. गोम्स को नाक में जोंक घुसने का पता ही नहीं चला. उसे नाक में खुजली जरूर हुई. उत्तराखंड घूमने के बाद गोम्स प्रयागराज लौट आया.

नाक में दर्द और खून निकलने की हुई शिकायत

गोम्स के प्रयागराज लौटने के बाद उसे नाक में दर्द और खून निकलने की शिकायत होने लगी. जिसके बाद उसने डॉक्टर को दिखाया तो नाक में डालने की दवा दी गई. हालांकि इससे उसे आराम नहीं मिला. जिसके बाद उसने ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पताल में नाक-कान, गला के स्पेशलिस्ट डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा को दिखाया. यहां उसकी जांच की गई तो पता चला कि नाक में जोंक घुसी हुई है. डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी. इसके बाद दूरबीन विधि से जटिल ऑपरेशन कर जोंक को जिंदा निकाला गया.

नाक के अंदर बैठकर चूस रही थी खून

डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने बताया कि जोंक गोम्स की नाक के काफी अंदर छिपी हुई थी और उसका खून चूस रही थी. जिससे मरीज को दर्द का सामना करना पड़ रहा था. उनकी टीम ने दूरबीन से उसका सफल ऑपरेशन कर दिया और अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है. बताया कि मेडिकल इतिहास में इस तरह के मामले देश दुनिया में बहुत कम देखने को मिले हैं.

ठहरे हुए पानी में नहाते समय बरतें सावधानी

डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने बताया कि सभी को ठहरे हुए पानी में नहाते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में नहाते समय नाक-कान को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए. क्योंकि नहाते समय नाक-कान में जोंक जैसे दूसरे जीव-जंतुओं के घुसने खतरा रहता है. यह भी कहा कि गोम्स की नाक में घुसी जोंक अगर नाक के रास्ते आंखों या दिमाग के अंदर तक चली जाती तो जीवन भी खतरे में पड़ सकता था.

यह भी पढ़ें :प्रयागराज में दर्दनाक हादसा: बाइक सवार एक ही परिवार के 5 लोगों को डंपर ने मारी टक्कर, दो बच्चों समेत सभी की मौत - road accident in prayagraj

वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक. (video credit etv bharat)

प्रयागराज : गर्मी से निजात पाने के लिए उत्तराखंड गया युवक एक अजीब मुसीबत में पड़ गया. सैर-सपाटे के दौरान जब उसने एक वाटरफॉल में डुबकी लगाई तो जोंक नाक में घुस गई. उस वक्त तो युवक को पता नहीं चला कि वह किस आफत में फंस गया है. लौटने पर जब उसकी नाक से खून निकलने लगा तो वह डॉक्टर के पास पहुंचा. यहां जांच के बाद डॉक्टर भी तब हैरान रह गए जब पता चला कि युवक की नाम में जोंक चिपकी बैठी है. फिर एक जटिल ऑपरेशन कर युवक की नाक से जोंक को निकाला गया. ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा के मुताबिक इस तरह के मामले मेडिकल इतिहास में गिनती के ही सामने आए हैं.

उत्तराखंड के वाटर फॉल में नहाते समय नाक में घुसी जोंक

प्रयागराज के रहने वाले सेसिल एंड्यूज गोम्स उत्तराखंड में गर्मी की छुट्टियां मनाने करीब 15 दिन पहले गए थे. यहां उन्होंने वाटर फॉल में स्नान भी किया. बताते हैं कि इसी दौरान एक जोंक गोम्स की नाक में घुस गई. गोम्स को नाक में जोंक घुसने का पता ही नहीं चला. उसे नाक में खुजली जरूर हुई. उत्तराखंड घूमने के बाद गोम्स प्रयागराज लौट आया.

नाक में दर्द और खून निकलने की हुई शिकायत

गोम्स के प्रयागराज लौटने के बाद उसे नाक में दर्द और खून निकलने की शिकायत होने लगी. जिसके बाद उसने डॉक्टर को दिखाया तो नाक में डालने की दवा दी गई. हालांकि इससे उसे आराम नहीं मिला. जिसके बाद उसने ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पताल में नाक-कान, गला के स्पेशलिस्ट डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा को दिखाया. यहां उसकी जांच की गई तो पता चला कि नाक में जोंक घुसी हुई है. डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी. इसके बाद दूरबीन विधि से जटिल ऑपरेशन कर जोंक को जिंदा निकाला गया.

नाक के अंदर बैठकर चूस रही थी खून

डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने बताया कि जोंक गोम्स की नाक के काफी अंदर छिपी हुई थी और उसका खून चूस रही थी. जिससे मरीज को दर्द का सामना करना पड़ रहा था. उनकी टीम ने दूरबीन से उसका सफल ऑपरेशन कर दिया और अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है. बताया कि मेडिकल इतिहास में इस तरह के मामले देश दुनिया में बहुत कम देखने को मिले हैं.

ठहरे हुए पानी में नहाते समय बरतें सावधानी

डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने बताया कि सभी को ठहरे हुए पानी में नहाते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में नहाते समय नाक-कान को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए. क्योंकि नहाते समय नाक-कान में जोंक जैसे दूसरे जीव-जंतुओं के घुसने खतरा रहता है. यह भी कहा कि गोम्स की नाक में घुसी जोंक अगर नाक के रास्ते आंखों या दिमाग के अंदर तक चली जाती तो जीवन भी खतरे में पड़ सकता था.

यह भी पढ़ें :प्रयागराज में दर्दनाक हादसा: बाइक सवार एक ही परिवार के 5 लोगों को डंपर ने मारी टक्कर, दो बच्चों समेत सभी की मौत - road accident in prayagraj

Last Updated : Jun 25, 2024, 6:37 PM IST
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