रांची: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी के आरोप पर झारखंड में राजनीति तेज हो गई है. मामले में छात्रों के आंदोलन का बीजेपी ने समर्थन करते हुए सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि हम जनता की अदालत में जा रहे हैं और यदि जनता का आशीर्वाद मिला और भाजपा की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट बैठक में ही सीजीएल परीक्षा की जांच सीबीआई से करा कर भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सलाखों के भीतर भेजा जाएगा.
युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही सरकार
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में अमर बाउरी ने कहा कि इस सरकार के कारण देश की संप्रभुता खतरे में पड़ गई है. वहीं राज्य के युवाओं के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया है. उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने इस सरकार को फ्रॉड कह कर संबोधित किया है. भाजपा ने हमेशा कहा है कि यह सरकार झूठ बोल कर सत्ता में आई है.
सरकार ने नौकरी बेचने का किया काम
उन्होंने कहा कि सीजीएल की परीक्षा में बड़े-बड़े दावे किए गए. इसके बावजूद सरकार ने नौकरी को बेचने का काम किया है. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी इसका विरोध किया उसको स्थानीय प्रशासन से मिल कर सरकार डराने-धमकाने का काम कर रही है.
इंटरनेट बंद करने पर उठाए सवाल
इस सरकार ने परीक्षा के नाम पर पूरे राज्य का इंटरनेट बंद कर दिया था और कहा कि असम की तर्ज पर यह काम किया है. जबकि असम सरकार ने परीक्षा से काफी पहले सूचना दे कर इंटरनेट बंद की थी. इस सरकार ने रात के 2 बजे से ही इंटरनेट बंद कर दिया था, ताकि इनके लोग रात में ही प्रश्न पत्र बांटने का काम कर सकें.
सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा में 2019, 2022, 2024 की परीक्षा के कई सारे प्रश्न को दोहराए गए हैं. उन्होंने कहा आज झारखंड की बदनामी पूरे देश में हो रही है और पूरे देश के लोग झारखंड की काबलियत पर प्रश्न उठा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि खामी इस सरकार में है.
मेरे पास रात दो बजे ही आ गए थे प्रश्न
अमर बाउरी का आरोप है कि परीक्षा से पहले ही उत्तर हैंडलर के हाथ में आ गए थे. यहां तक कि उनके पास भी जिस दिन सुबह 8.30 बजे से परीक्षा थी प्रश्नों का हल किया हुआ कागज रात 2 बजे आ गए थे. उन्होंने कहा कि छात्रों पर सरकार का दबाव ज्यादा है, इसलिए छात्र डरे हुए हैं. भाजपा ने इस गड़बड़ी को प्रमुखता से उठाया है. छात्रों ने जेएसएससी के समक्ष सारे पुख्ता सबूत पेश किए हैं.
उन्होंने कहा कि जिन छात्रों ने सच के साथ खड़ा होने का काम किया है उनको धमकी मिल रही है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि किसी भी छात्र के साथ कोई भी अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.
सीएम करें मामले में कार्रवाई
नेता प्रतिपक्ष ने साफ तौर पर कहा कि क्या सरकार एक भी नौकरी बिना किसी गड़बड़ी के नहीं दे सकती है क्या? इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री को सामने आना चाहिए और जेएसएससी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
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