रांचीः पिछले दिनों झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 21 और 22 सितंबर को आयोजित जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा कई वजहों से चर्चा में रही. अब परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों पर सवाल उठने लगे हैं. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने छात्रों के फीडबैक हवाला देते हुए इस परीक्षा में भी गड़बड़ी की आशंका जताते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने तत्काल जांच कराने की मांग की है. उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि जो डर था, वैसा ही देखने को मिल रहा है. इस परीक्षा को लेकर हर दिन धांधली की खबरें आ रही हैं. 2019 और 2022 की सीजीएल की परीक्षा में पूछे गए कई प्रश्न 2024 की परीक्षा में भी पूछे गए हैं. इससे गड़बड़ी की बात साबित हो रही है.
सरकार की नीयत पर उठ रहे सवाल
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने सीना ठोककर कहा था कि सीजीएल की परीक्षा को कदाचार मुक्त और निष्पक्षता से कराया है. उन्होंने असम की कॉपी कर इंटरनेट भी बंद कराया था, लेकिन नीयत पर सवाल उठ रहे हैं. अगर सही में सीएम निष्पक्षता के पक्षधर हैं तो उन्हें छात्र हित में परीक्षा लेने वाले अधिकारियों को बुलाकर उठ रहे सवालों का जवाब मांगना चाहिए.
JSSC-CGL 2024 में व्याप्त आनेको अनियमितताओं व पेपर लीक की शिकायतों पर माननीय मुख्यमंत्री जी से कुछ स्पष्ट मांग ! pic.twitter.com/ta71OZPaj0
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) September 25, 2024
सरकार को कड़ा एक्शन लेने की जरूरत
अमर बाउरी ने कहा कि अगर हेमंत सरकार खुद को युवाओं की हितैषी मानती है तो तत्काल कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है. आखिर कैसे इस तरह के सवाल उठ रहे हैं. आज सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी के मामले की देश भर में चर्चा हो रही है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इतने सवालों के बावजूद आपने एक कोशिश तो की, फिर भी सवाल उठ रहे हैं. इसलिए सरकार को अविलंब जांच कराना चाहिए. अगर सीएम जांच नहीं कराते हैं तो चुनाव बाद भाजपा की सरकार बनने पर सभी परीक्षाओं की जांच होगी. इस दौरान परीक्षा के संचालन में शामिल अधिकारियों-पदाधिकारियों को कानून की कसौटी पर जांचा जाएगा.
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