लखनऊ : लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की प्रतीक्षित वेलनेस सिटी का डिजाइन तैयार हो गया है. इसके साथ ही LDA ने जमीन अधिग्रहण के लिए मुआवजा नीति भी बता दी है. शहरी क्षेत्र में दोगुना और ग्रामीण क्षेत्र में चार गुना मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा लैंड पुलिंग यानी जमीन के बदले विकसित प्लॉट देने का भी विकल्प दिया गया है. यह हाईटेक सिटी अगले 2 साल के अंदर तैयार कर दी जाएगी. सुल्तानपुर रोड पर आवासीय कॉलोनी विकसित करने के लिए 1441.26 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
इस कॉलोनी में लगभग 2000 भूखंड होंगे. योजना में प्लॉट लेने वालों को सभी तरह की सहूलियतें मिलेंगी, जिसमें आधुनिक अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और बाजार भी शामिल होंगे. इसके अलावा यहां मेडिकल क्षेत्र की अग्रणी संस्थाओं के केंद्र यहां होंगे. लखनऊ की मशहूर अमीनाबाद दवा मंडी भी इसी वैलनेस सिटी का हिस्सा होगी. यहां बड़ी संख्या में प्राइवेट ग्रुप हाउसिंग होगी, जिसमें हाईटेक फ्लैट मिलेंगे. जानिए इस योजना की खासियत.
निजी विकासकर्ताओं को मिलेगी 296 एकड़ जमीन: LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि लखनऊ-सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रस्तावित वेलनेस सिटी का विकास 1441.26 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा. इसमें भूमि अधिग्रहण व विकास कार्यों के लिए शासन की ओर से मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत 40 प्रतिशत धनराशि दी जाएगी. इस योजना में निजी विकासकर्ताओं की 296.843 एकड़ भूमि को इससे अलग करते हुए ग्राम-मस्तेमऊ की भूमि को शामिल किया गया है. इससे लोगों को प्राइवेट ग्रुप हाउसिंग में भी सुसज्जित और सुविधाओं से युक्त फ्लैट लेने का मौका मिलेगा. वेलनेस सिटी के लिए ग्राम-बक्कास, मलूकपुर ढ़कवा, चैरहिया, चैरासी, दुलारमऊ, नूरपुर बेहटा व मस्तेमऊ की 1197.984 एकड़ भूमि अर्जित की जाएगी. भू अर्जन की कार्यवाही के लिए शहरी क्षेत्र में सर्किल रेट का दोगुना व ग्रामीण क्षेत्र में चार गुना प्रतिकर दिया जाएगा. इसके अलावा किसानों से सहमति व लैंड पूलिंग के आधार पर भी भूमि जुटाई जाएगी. अगर किसान सहमति देंगे तो उनको जमीन के बदले वेलनेस सिटी में विकसित प्लॉट दिए जाएंगे, जिसमें सड़क, सीवर, बिजली आदि की सुविधा होगी.
इसी तरह आईटी सिटी के लिए ग्राम-बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकन्दरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़ नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली व भटवारा की कुल 1710.2433 एकड़ भूमि जुटाई जाएगी.
- आईटी सिटी का क्षेत्रफल 1582 एकड़ होगा, जबकि वेलनेस सिटी 1300 एकड़ में फैली होगी.
- टाउनशिप की डीपीआर पहले ही तैयार हो चुकी है.
- आवास विकास के साथ विवाद सुलझ गया है और मुख्य रूप से इस बात पर सहमति बनी है कि एलडीए सुल्तानपुर रोड पर टाउनशिप को स्थापित करने की अपनी योजना को जारी रखेगा.
- भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव मंजूरी के लिए प्रशासन को भेजा गया है. भूमि अधिग्रहण पर 1600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
- अगले दो साल में वेलनेस सिटी को बनाकर तैयार करना है. इसके पहले ही बुकिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी.
वेलनेस सिटी में क्या-क्या होगा: एलडीए की योजना है कि वेलनेस सिटी को मेडी सिटी के तौर पर डेवलप करे. इसमें सुपर स्पेशिएलिटी हाॅस्पिटल, मेडिकल काॅलेज, डायग्नोस्टिक सेंटर, विपासना केन्द्र और मेडिटेशन सेंटर भी होंगे. लखनऊ के फेमस बाजार अमीनाबाद मेडीसिन मार्केट को भी इसी सिटी में लाया जाएगा. यहां यातायात के लिए 60 से 24 मीटर चौड़ी सड़कें बनाई जाएंगी.
कैसी होगी आईटी सिटी: वहीं सुल्तानपुर रोड व किसान पथ के बीच बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकन्दरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली व भटवारा की लगभग 1710 एकड़ भूमि पर आईटी सिटी बनेगी. जमीन खरीद के लिए डीएम की अध्यक्षता में बनी समिति की ओर से निर्धारित दर का अनुमोदन प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में हो चुका है. इस योजना में हाईटेक प्रौद्योगिकी पार्क, ग्लोबल बिजनेस पार्क, साइंस एवं इंजीनियरिंग उपकरण क्षेत्र, सुपर स्पेशलिटी मेडिकल जोन के लिए भूखण्ड होंगे.
इस आईटी सिटी में 360 एकड़ का इन्डस्ट्रियल एरिया व व्यावसायिक गतिविधि के लिए 64 एकड़ क्षेत्रफल आरक्षित किया गया है. साथ ही लगभग 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैली वाटर बाॅडी बनेगी. यहां कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर से जुड़े संस्थानों के लिए अतिरिक्त प्लॉट होंगे.
बता दें कि इसी क्रम में एलडीए एजुकेशन सिटी भी बसाने वाला है. इसमें शैक्षणिक संस्थान बनेंगे. इस सिटी में 3000 भूखंड दिए जाएंगे. मोहान रोड पर ग्राम-कलियाखेड़ा व प्यारेपुर की 785 एकड़ अर्जित जमीन पर एजुकेशन सिटी प्रस्तावित है. इस सिटी में कालियाखेड़ा और प्यारेपुर गांव में लगभग 3000 भूखंड दिए जाएंगे. यहां कई तरह के शैक्षणिक संस्थानों को जगह मिलेगी. इस योजना की लागत 1544 करोड़ रुपये है. इसे चंडीगढ़/पंचकुला की तरह ग्रिड पैटर्न पर विकसित किया जाएगा. योजना में 74.25 एकड़ क्षेत्रफल में एजुकेशनल सिटी और 42 एकड़ भूमि पर सेंट्रल पार्क बनाया जाएगा, जबकि लगभग 45,000 वर्गमीटर क्षेत्र में वाटर बाॅडी होगी.