लखनऊ: LDA लखनऊ में सुल्तानपुर रोड पर IT CITY डेवलप कर रहा है. इसके साथ ही एलडीए लखनऊ में दो और IT CITY अगले दो साल में विकसित करेगा. यानी लखनऊ में अगले दो साल में तीन IT CITY विकसित की जाएंगी. इसमें से एक लखनऊ विकास प्राधिकरण दूसरा इलेक्ट्रॉनिक विभाग और तीसरा आवास विकास परिषद बनाएगा. जिसके जरिये करीब एक लाख की संख्या में रोजगार सृजन होगा.
लखनऊ विकास प्राधिकरण की सबसे बड़ी IT CITY सुल्तानपुर रोड पर होगी. जिसमें न केवल आईटी कंपनियों को जगह मिलेगी, बल्कि बड़ी रेजिडेंशियल कॉलोनी भी होगी. आवास विकास परिषद और इलेक्ट्रॉनिक विभाग भी अपनी IT CITY को विकसित करेगा. LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि IT CITY का काम बहुत तेजी से किया जा रहा है. अगले 2 साल में इसको विकसित किया जाएगा. रोजगार के साथ यहां बड़ी संख्या में आवास भी मिलेंगे.
आवास विकास परिषद के आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि आवास विकास परिषद की वृंदावन कॉलोनी में आईटी सिटी विकसित की जा रही है. जिसमें बड़ी कंपनी निवेश करेंगी. इसका लेआउट पास कर दिया गया है.
लखनऊ की 3 आईटी सिटी
- अमौसी में 70 एकड़ की आईटी/एआई सिटी - यह परियोजना यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा योजनाबद्ध है. इसे नादरगंज क्षेत्र में बनाया जाना है. एसटीटी जीडीसी यहां अपना एआई डेटा सेंटर विकसित करेगा. डेवलपर के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया में है.
- सुल्तानपुर रोड पर 1582 एकड़ की आईटी सिटी - एलडीए द्वारा योजनाबद्ध, यह महत्वाकांक्षी परियोजना सुल्तानपुर रोड पर बनेगी. जमीन अधिग्रहण का काम अंतिम चरण में है. डेवलपर के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है. आईटी/आईटीईएस कंपनियों के लिए 400 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी.
- वृन्दावन योजना में आईटी/एआई सिटी - इस शहर की योजना आवास विकास द्वारा वृन्दावन योजना के सेक्टर 15 और 16 के क्षेत्र में बनाई गई है. लेआउट योजना प्रकाशित हो चुकी है.
LDA की IT CITY में मिलेगी आवासीय सुविधा: LDA की IT CITY की डीपीआर पहले ही तैयार हो चुकी है. आवास विकास के साथ विवाद सुलझ गया है और मुख्य रूप से इस बात पर सहमति बनी है कि एलडीए सुल्तानपुर रोड पर टाउनशिप को स्थापित करने की अपनी योजना को जारी रखेगा. भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव मंजूरी के लिए प्रशासन को भेजा गया है. भूमि अधिग्रहण पर 1600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
इसी तरह सुल्तानपुर रोड व किसान पथ के मध्य ग्राम-बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकन्दरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली व भटवारा की लगभग 1710 एकड़ भूमि पर आईटी सिटी का विकास किया जाना है. योजना के लिए भू-स्वामियों से आम सहमति बनाकर जमीन की खरीद की जानी है.
इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा निर्धारित की गई दर का अनुमोदन प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में किया जा चुका है. योजना में हाईटेक प्रौद्योगिकी पार्क, ग्लोबल बिजनेस पार्क, साइंस एवं इंजीनियरिंग उपकरण क्षेत्र, सुपर स्पेशलिटी मेडिकल जोन आदि के लिए भूखण्ड होंगे. योजना में 72 वर्गमीटर से 1250 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 4025 आवासीय भूखण्ड सृजित किए जाएंगे, जिसमें से सर्वाधिक 1848 भूखण्ड 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल के होंगे.
360 एकड़ का इंडस्ट्रियल एरिया: आईटी सिटी को इस तरह विकसित किया जाएगा, जिससे अधिकतम निजी निवेश आकर्षित हो. इसके लिए योजना में 360 एकड़ का इन्डस्ट्रियल एरिया व व्यावसायिक गतिविधि के लिए 64 एकड़ क्षेत्रफल आरक्षित किया गया है. साथ ही लगभग 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैली वाटर बाॅडी योजना की पहचान बनेगी. यहां कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर से जुड़े संस्थानों के लिए अतिरिक्त प्लाटों की व्यवस्था होगी. HCL जैसी बड़ी कंपनियां इसके आसपास पहले से आ चुकी हैं.
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