नैनीताल: बीती देर रात से हो रही तेज मूसलाधार बारिश के बाद देर रात पर्यटक स्थल टिफिन टॉप के डोरोथी सीट में बड़ा भूस्खलन हुआ है. जिससे मशहूर पर्यटक स्थल आज इतिहास के पन्नों में गुम हो गया. टिफिन टॉप क्षेत्र में भूस्खलन के चलते डोरोथी सीट ढहने के बाद शहर में हलचल हुई है. डोरोथी सीट ढहने की सूचना के बाद प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद रही. एसडीएम की मौजूदगी में सिंचाई विभाग की टीम ने भूस्खलन का जायजा लिया. फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बंद कर दी है.
बता दें नैनीताल के टिफिन टॉप क्षेत्र पर बनी डोरोथी सीट भूस्खलन के दौरान मंगलवार की रात 11 बजे ढह गई. क्षेत्र में बोल्डर गिरने के बाद पूरे शहर में दहशत फैल गई. सूचना के बाद डीएम वंदना सिंह के निर्देश के बाद रात को ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई. जहां पहुंचकर टीम ने मौका मुआयना कर नुकसान का आंकलन किया. क्षेत्र में कोई जनहानि नहीं होने व कोई खतरा नहीं होने के बाद टीम ने राहत की सांस ली. जिसके बाद एसडीएम के नेतृत्व में वन विभाग व सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण किया.
एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया क्षेत्र में विशेषज्ञों के साथ निरीक्षण किया गया है. भूस्खलन के चलते डोरोथी सीट व बड़े बोल्डर पहाड़ी से गिरे हैं. बोल्डर नीचे जमीन में रूक गए हैं. फिलहाल मलबा या पत्थर नीचे क्षेत्र में नहीं गिरेंगे. उन्होंने बताया टीम में मौजूद विशेषज्ञों ने नीचे गिरे पत्थरोें में छेड़छाड़ नहीं करने की सलाह दी है. जल्द ही एक टीम बनाकर क्षेत्र की सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. जिसके बाद डोरोथी सीट के उपचार के कार्य किए जाएंगे. स्थानीय सभासद मनोज जगती बताते हैं बीते कई वर्षों से क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है. जिस तरफ प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. अगर समय रहते क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन का स्थाई उपचार नहीं किया गया तो आने वाले समय में क्षेत्र में गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे.
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