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हिमाचल के इस नेशनल हाईवे पर लैंडस्लाइड का भारी खतरा, कारणों का पता लगाएगी जियोलॉजिस्ट टीम

हिमाचल के नेशनल हाईवे नाहन-कुमारहट्टी पर 5 जगहों पर लैंडस्लाइड का भारी खतरा बना रहता है. जिसके कारणों का पता चंडीगढ़ की जियोलॉजिस्ट टीम लगाएगी.

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 3 hours ago

Landslide Danger on Nahan Kumarhatti NH
नाहन-कुमारहट्टी एनएच पर भूस्खलन का खतरा (ETV Bharat)

सिरमौर: पड़ोसी जिला सोलन के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे (एनएच 907ए) नाहन-कुमारहट्टी पर 5 ऐसे अति संवेदनशील क्षेत्र हैं, जहां हमेशा लैंडस्लाइड का खतरा बना रहता है. नाहन से कुमारहट्टी तक 78 किलोमीटर के हाईवे पर पांचों स्थानों पर वाहन चालकों को संभलकर चलने की जरूरत है, क्योंकि यहां अक्सर पहाड़ से मलबा या चट्टाने गिरने की संभावना बनी रहती है. लिहाजा इन संवेदनशील इलाकों में लैंडस्लाइड के कारणों का पता लगाने के लिए हाल ही में भूगर्भ वैज्ञानिकों की एक टीम ने संबंधित स्थानों का निरीक्षण किया. अब जल्द ही यह टीम सरकार को इस संबंध में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

5 जगहों का जियोलॉजिस्ट ने किया निरीक्षण

दरअसल हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण शिमला के निर्देशानुसार भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों की एक टीम ने नाहन पहुंचकर पहले एडीएम सिरमौर एलआर वर्मा के साथ इस विषय में बैठक की. इस टीम का नेतृत्व वरिष्ठ जियोलॉजिस्ट डब्ल्यू कोरमे ने किया. इसके बाद टीम ने नाहन से कुमारहट्टी तक लैंडस्लाइड की दृष्टि से चयनित अति संवेदनशील 5 स्थानों जांगीरूग, दोसड़का, सनारी, नैनाटिक्कर (साधनाघाट) व कुमारहट्टी के पास लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण किया. टीम ने यहां पहाड़ों और भूमि के सैंपल भी लिए, ताकि लैंडस्लाइड के कारणों का पता चल सके. साथ ही इसकी रोकथाम को लेकर भी उचित कदम उठाए जा सके.

Landslide Danger on Nahan Kumarhatti NH
नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे (ETV Bharat)

जिला राजस्व अधिकारी सिरमौर चेतन चौहान ने बताया, "हाल ही में भू-वैज्ञानिकों की 2 सदस्यीय टीम ने नाहन-कुमारहट्टी हाईवे पर मुख्य लैंडस्लाइड प्रभावित 5 स्थानों का बारीकी से निरीक्षण किया है. संबंधित स्थानों पर पहाड़ों, भूमि, पत्थर व मिट्टी की जांच करके सैंपल लिए हैं. विस्तृत निरीक्षण करने के बाद अब ये टीम समस्या के समाधान के लिए अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी."

बता दें कि गत वर्ष और इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान उपरोक्त हाईवे पर नाहन से कुमारहट्टी तक विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन की गतिविधियां देखी गई. इसके बाद सरकार के दिशा निर्देशों पर ही यह टीम संबंधित स्थानों का निरीक्षण करने के लिए यहां पहुंची. इस टीम के साथ नोडल अधिकारी के रूप में राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यालय नाहन से एसडीओ सूर्यकांत सेमवाल व प्रशासन की तरफ आपदा प्रबंधन सिरमौर प्रभारी राजन कुमार शर्मा भी मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें: भूकंप से बचने का किया जा रहा जुगाड़, 26 सरकारी भवनों की होगी रेट्रोफिटिंग

सिरमौर: पड़ोसी जिला सोलन के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे (एनएच 907ए) नाहन-कुमारहट्टी पर 5 ऐसे अति संवेदनशील क्षेत्र हैं, जहां हमेशा लैंडस्लाइड का खतरा बना रहता है. नाहन से कुमारहट्टी तक 78 किलोमीटर के हाईवे पर पांचों स्थानों पर वाहन चालकों को संभलकर चलने की जरूरत है, क्योंकि यहां अक्सर पहाड़ से मलबा या चट्टाने गिरने की संभावना बनी रहती है. लिहाजा इन संवेदनशील इलाकों में लैंडस्लाइड के कारणों का पता लगाने के लिए हाल ही में भूगर्भ वैज्ञानिकों की एक टीम ने संबंधित स्थानों का निरीक्षण किया. अब जल्द ही यह टीम सरकार को इस संबंध में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

5 जगहों का जियोलॉजिस्ट ने किया निरीक्षण

दरअसल हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण शिमला के निर्देशानुसार भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों की एक टीम ने नाहन पहुंचकर पहले एडीएम सिरमौर एलआर वर्मा के साथ इस विषय में बैठक की. इस टीम का नेतृत्व वरिष्ठ जियोलॉजिस्ट डब्ल्यू कोरमे ने किया. इसके बाद टीम ने नाहन से कुमारहट्टी तक लैंडस्लाइड की दृष्टि से चयनित अति संवेदनशील 5 स्थानों जांगीरूग, दोसड़का, सनारी, नैनाटिक्कर (साधनाघाट) व कुमारहट्टी के पास लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण किया. टीम ने यहां पहाड़ों और भूमि के सैंपल भी लिए, ताकि लैंडस्लाइड के कारणों का पता चल सके. साथ ही इसकी रोकथाम को लेकर भी उचित कदम उठाए जा सके.

Landslide Danger on Nahan Kumarhatti NH
नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे (ETV Bharat)

जिला राजस्व अधिकारी सिरमौर चेतन चौहान ने बताया, "हाल ही में भू-वैज्ञानिकों की 2 सदस्यीय टीम ने नाहन-कुमारहट्टी हाईवे पर मुख्य लैंडस्लाइड प्रभावित 5 स्थानों का बारीकी से निरीक्षण किया है. संबंधित स्थानों पर पहाड़ों, भूमि, पत्थर व मिट्टी की जांच करके सैंपल लिए हैं. विस्तृत निरीक्षण करने के बाद अब ये टीम समस्या के समाधान के लिए अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी."

बता दें कि गत वर्ष और इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान उपरोक्त हाईवे पर नाहन से कुमारहट्टी तक विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन की गतिविधियां देखी गई. इसके बाद सरकार के दिशा निर्देशों पर ही यह टीम संबंधित स्थानों का निरीक्षण करने के लिए यहां पहुंची. इस टीम के साथ नोडल अधिकारी के रूप में राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यालय नाहन से एसडीओ सूर्यकांत सेमवाल व प्रशासन की तरफ आपदा प्रबंधन सिरमौर प्रभारी राजन कुमार शर्मा भी मौजूद रहे.

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