श्रीनगर: पौड़ी गढ़वाल जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. पर्यटन और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सिंचाई विभाग जिले के विभिन्न इलाकों में 7 झीलें बना रहा है.जिससे पर्यटन के साथ लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं झीलों के बनने से क्षेत्र की पहचान पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित होगी.
आईआईटी रुड़की ने बनाया डिजाइन: सिंचाई विभाग के ईई सचिन शर्मा ने बताया कि पर्यटन और जल संरक्षण को ध्यान के रखते हुए पौड़ी में सात झीलों का निर्माण किया जाना है. आईआईटी रुड़की द्वारा इन झीलों का डिजाइन तैयार किया गया है और निर्माण किया जा रहा है. वहीं एक झील बन कर तैयार हो गयी है, जबकि छह झीलों पर काम किया जाना बाकी है.
ल्वाली झील बनकर तैयार: ईई सचिन शर्मा ने बताया कि सात झीलों में पूर्वी नयार नदी पर सतपुली में ल्वाली झील, पापडतोली झील, सतपुली बाजार के निकट पश्चिमी नयार पर झील, पश्चिमी नयार पर पैठानी में झील, स्यूसी झील, और मरखोला झील शामिल हैं. सात झीलों में से ल्वाली झील बनकर तैयार हो गई है. सतपुली में झील का काम चल रहा है. वहीं विभाग द्वारा स्यूसी झील की डीपीआर तैयार किया जा रही है. जबकि अन्य चार झीलों की डीपीआर पर भी काम चल रहा है.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: विभाग द्वारा 11.92 करोड़ रुपए से ल्वाली झील का निर्माण किया गया है. वहीं 56 करोड़ रुपए की लागत से सतपुली झील का निर्माण हो रहा है. इन झीलों का निर्माण मुख्य रूप से पर्यटन को बढ़ावा देने, सिंचाई की सुविधा प्रदान करने और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है. झीलों के बनने के बाद, जनपद में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.वहीं सैलानी झीलों में बोटिंग का आनंद भी ले सकेंगे.
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