कोरिया : छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिक सशक्तिकरण की दिशा में अहम फैसला लिया है. जिले में आयोजित सम्मेलन में श्रमिकों परिवारों को आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक विकास के लिए संचालित योजनाओं का लाभ दिया गया. इसके तहत जिले के 304 हितग्राहियों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए कुल 27 लाख 20 हजार 266 राशि ट्रांसफर की गई है.
श्रमिक हित में संचालित योजनाओं के तहत लाभार्थियों के बैंक खातों में राशि ट्रांसफर :
- मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना का लक्ष्य बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. इसके तहत 73 हितग्राहियों को 14 लाख 60 हजार की राशि वितरित की गई.
- मिनीमाता महतारी जतन योजना के तहत मातृ स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए 4 लाभार्थियों को 80 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई.
- मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए 3 स्टूडेंट्स को एक लाख 10 हजार रुपए की सहायता दी गई.
- निःशुल्क गणवेश पुस्तक कॉपी सहायता योजना के तहत निर्माण श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए 191 बच्चों को 2 लाख 74 हजार रुपये की राशि दी गई.
- मुख्यमंत्री साइकल सहायता योजना के तहत श्रमिकों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने 26 श्रमिकों को 96 हजार 266 की सहायता राशि दी गई.
- मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु और दिव्यांग सहायता योजना निर्माण कार्य के दौरान दिवंगत या दिव्यांग श्रमिकों के परिवारों को 7 लाख रुपए की सहायता राशि दी गई.
श्रमिक वर्ग का बढ़ा मनोबल : श्रमिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. छत्तीसगढ़ भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की संचालित योजनाएं श्रमिक वर्ग के विकास की दिशा में मजबूत कदम मानी जा रही है. इस तरह के कार्यक्रम से न केवल श्रमिक वर्ग का मनोबल बढ़ाते हैं, बल्कि उनके जीवन में बदलाव भी लाते हैं. छत्तीसगढ़ सरकार के इन प्रयासों से श्रमिक वर्ग को नई उम्मीदें मिली है.