कुरुक्षेत्र: गीता जयंती महोत्सव में पुलिस प्रशासन की तरफ से अक्सर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं, लेकिन इस बार अलग ही तस्वीर देखने को मिली है. कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा प्राइवेट लोगों यानी बाउंसरों को दिया है. जगह-जगह आपको बाउंसर लाठी और डंडा लिए दिखाई दे जाएंगे. केडीबी के मुताबिक इन बाउंसरों को किसी को डराने के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था को बनाने के लिए है.
गीता जयंती महोत्सव में बाउंसर: स्थानीय लोगों के मुताबिक सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को देश और विदेशों में फैलाने के लिए लाखों रुपये विज्ञापन पर खर्च कर रहे हैं. जिसके चलते लोग गीता महोत्सव का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं. अब यहां पर मस्ती करने वाले युवाओं को रोकने के लिए बॉडीगार्ड तैनात कर दिए गए हैं और उनके हाथों में लठ दे दिए गए हैं. जो काम पुलिस को करना चाहिए. वो काम अब बाउंसर से लिया जा रहा है.
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने क्या कहा? जब केडीबी अधिकारी, सीईओ पंकज सेतिया से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि बाउंसर्स के हाथों में लठ मारने के लिए नहीं, बल्कि डराने के लिए दिए गए हैं. अब सवाल ये है कि प्रशासन किसको डराना चाहता है? पंकज सेतिया के मुताबिक ये लोग पुलिस के साथ सुरक्षा में सहयोग कर रहे हैं. बता दें कि हर बार गीता जयंती महोत्सव में भारी भीड़ आती है. हर बार पुलिस प्रशासन की सुरक्षा में शांतिपूर्ण महोत्सव पूरा हुआ है. इस बार प्राइवेट बाउंसरों की वजह से लोग सवाल उठा रहे हैं.