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कुंभ मेला 2025: मेले में ढोंगी बाबाओं की नो एंट्री, अखाड़ा परिषद तैयार कर रहा लिस्ट - Kumbh Mela 2025

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 12, 2024, 4:32 PM IST

Updated : Jul 12, 2024, 8:56 PM IST

अखाड़ा परिषद महाकुंभ में इस बार ढोंगी बाबाओं को घुसने नहीं (Kumbh Mela 2025) देगी. अखाड़ा परिषद ने इसके लिए सूची तैयार करना शुरू कर दी है.

कुंभ मेला (फाइल फोटो)
कुंभ मेला (फाइल फोटो) (फोटो क्रेडिट : Etv Bharat)
जानकारी देते महंत (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

प्रयागराज : जिले में 2025 में लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में इस बार अखाड़ों ने ढोंगी बाबाओं के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. अखाड़ा की ओर से यह निर्णय किया जा रहा है कि इस बार महाकुंभ में ढोंग करने वाले बाबाओं को मेले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

वहीं, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के मुखिया महंत दुर्गादास का कहना है कि इसके लिए अखाड़ा परिषद ने सूची तैयार करना शुरू कर दिया है, ऐसे लोगों का बहिष्कार हो जिससे भोली भाली जनता ठगी न जा सके. वहीं, किन्नर आखड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी कहती हैं कि जो भी फर्जी बाबा संत की छवि को खराब कर रहे हैं. उन पर अंकुश लगाने के लिए पूरा अखाड़ा परिषद साथ में है. ऐसे फर्जी बाबाओं पर रोक लगना चाहिए. उनका कहना है कि ऐसे बाबाओं को कुंभ में नहीं आना चाहिए.

बता दें कि कुंभ मेला 2025 जनवरी से प्रारंभ होगा. मेले में अखाड़े श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं, क्योंकि केवल कुंभ मेले के दौरान इनका प्रवेश होता है, इसलिए उनका महत्व और भी बढ़ जाता है. वहीं, पूरे मेले में तमाम संतों महंतों का भी शिविर लगता है, जिसमें भारी संख्या में लोग प्रवचन सुनने के लिए इकट्ठा होते हैं. जिस तरह से हाथरस में घटना हुई उसको देखते हुए भी यहां पर एक साथ करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो सके. इसलिए ऐसे बाबाओं पर भी अंकुश लगाया जाएगा जो भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाकर अपना दरबार लगाते हैं.

कुम्भ मेला में ड्यूटी करने वालों की लगेगी डिजिटल हाजिरी : उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस के बाद योगी सरकार ने महाकुम्भ मेला 2025 के आयोजन के दौरान ड्यूटी करने वाले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की डिजिटल अटेंडेंस लेने की तैयारी कर ली है. जिसके लिए कर्मचारियों की हाजिरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम से लिया जाएगा. डिजिटल अटेंडेंस के लिए एआई बेस्ड फेशियल रिकग्नीशन मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं, डिजिटल हाजिरी के लिए यूपी डेस्को की तरफ से एआई बेस्ड मोबाइल ऐप को बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

जनवरी 2025 में शुरू होने वाले महाकुम्भ मेला में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों की हाजिरी का रियल टाइम एसेसमेंट करने के लिए यूपी सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है, जिसके लिए यूपी डेस्को ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सिस्टम को महाकुंभ के लिए तैयार कर रहा है. इस ऐप सिस्टम के जरिये कर्मचारियों के चेहरे की पहचान कर डिजिटल हाजिरी होगी. महाकुंभ मेले के दौरान मेला क्षेत्र और प्रयागराज में कार्यरत अलग-अलग सरकारी विभागों के कर्मचारियों को इस ऐप से जोड़कर हाजिरी ली जाने की तैयारी है.


यह भी पढ़ें : प्रयागराज में कुंभ मेला 2025 को लेकर पंचायती अखाड़ा ने शुरू की तैयारी

यह भी पढ़ें : कुम्भ मेला 2025; अलग-अलग रुट से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बस अड्डे तय, 7 हजार बसें चलेंगी - Kumbh Mela 2025

जानकारी देते महंत (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

प्रयागराज : जिले में 2025 में लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में इस बार अखाड़ों ने ढोंगी बाबाओं के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. अखाड़ा की ओर से यह निर्णय किया जा रहा है कि इस बार महाकुंभ में ढोंग करने वाले बाबाओं को मेले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

वहीं, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के मुखिया महंत दुर्गादास का कहना है कि इसके लिए अखाड़ा परिषद ने सूची तैयार करना शुरू कर दिया है, ऐसे लोगों का बहिष्कार हो जिससे भोली भाली जनता ठगी न जा सके. वहीं, किन्नर आखड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी कहती हैं कि जो भी फर्जी बाबा संत की छवि को खराब कर रहे हैं. उन पर अंकुश लगाने के लिए पूरा अखाड़ा परिषद साथ में है. ऐसे फर्जी बाबाओं पर रोक लगना चाहिए. उनका कहना है कि ऐसे बाबाओं को कुंभ में नहीं आना चाहिए.

बता दें कि कुंभ मेला 2025 जनवरी से प्रारंभ होगा. मेले में अखाड़े श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं, क्योंकि केवल कुंभ मेले के दौरान इनका प्रवेश होता है, इसलिए उनका महत्व और भी बढ़ जाता है. वहीं, पूरे मेले में तमाम संतों महंतों का भी शिविर लगता है, जिसमें भारी संख्या में लोग प्रवचन सुनने के लिए इकट्ठा होते हैं. जिस तरह से हाथरस में घटना हुई उसको देखते हुए भी यहां पर एक साथ करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो सके. इसलिए ऐसे बाबाओं पर भी अंकुश लगाया जाएगा जो भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाकर अपना दरबार लगाते हैं.

कुम्भ मेला में ड्यूटी करने वालों की लगेगी डिजिटल हाजिरी : उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस के बाद योगी सरकार ने महाकुम्भ मेला 2025 के आयोजन के दौरान ड्यूटी करने वाले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की डिजिटल अटेंडेंस लेने की तैयारी कर ली है. जिसके लिए कर्मचारियों की हाजिरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम से लिया जाएगा. डिजिटल अटेंडेंस के लिए एआई बेस्ड फेशियल रिकग्नीशन मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं, डिजिटल हाजिरी के लिए यूपी डेस्को की तरफ से एआई बेस्ड मोबाइल ऐप को बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

जनवरी 2025 में शुरू होने वाले महाकुम्भ मेला में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों की हाजिरी का रियल टाइम एसेसमेंट करने के लिए यूपी सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है, जिसके लिए यूपी डेस्को ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सिस्टम को महाकुंभ के लिए तैयार कर रहा है. इस ऐप सिस्टम के जरिये कर्मचारियों के चेहरे की पहचान कर डिजिटल हाजिरी होगी. महाकुंभ मेले के दौरान मेला क्षेत्र और प्रयागराज में कार्यरत अलग-अलग सरकारी विभागों के कर्मचारियों को इस ऐप से जोड़कर हाजिरी ली जाने की तैयारी है.


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Last Updated : Jul 12, 2024, 8:56 PM IST
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